अमित मालवीय का ममता पर कटाक्ष, कहा- उन्हें चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए
ममता बनर्जी ने बुधवार को अस्पताल प्रशासकों के साथ बैठक में कहा था कि सभी लोग अपने घर व कार्यालय के खिड़की और दरवाजे खोल कर रखें इससे कोरोना जल्दी भाग जाता है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को अस्पताल प्रशासकों के साथ बैठक में कहा था कि सभी लोग अपने घर व कार्यालय के खिड़की और दरवाजे खोल कर रखें, इससे कोरोना जल्दी भाग जाता है। ममता की इस सलाह पर अब भाजपा के आइटी सेल के हेड अमित मालवीय ने गुरुवार को कटाक्ष करते हुए उन पर निशाना साधा। मालवीय ने ट्वीट करके यहां तक कहा कि इसके लिए ममता को चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाना चाहिए।
Finally, epidemiologist Mamata Banerjee has spoken!
Why is the world fretting about finding a vaccine for the Corona virus when all one needs to do is keep their doors and windows open?
She may be awarded the Nobel Prize in Medicine for this!#SaveBengal from this quackery! https://t.co/PkYtUnKjxt" rel="nofollow — Amit Malviya (@amitmalviya) July 9, 2020
मालवीय ने ट्वीट किया, 'अंत में महामारी विशेषज्ञ ममता बनर्जी ने बात की है! जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन खोजने में व्यस्त व चिंतित है तो सभी को अपने दरवाजे और खिड़कियां खुली रखनी चाहिए। इसके लिए उन्हें (ममता को) चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा सकता है। उनकी इस सलाह से बंगाल की रक्षा हो!' उल्लेखनीय है कि सरकारी अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ एक दिन पहले ममता ने राज्य सचिवालय नवान्न में बैठक के दौरान कहा था कि वह खुद भी अपने घर में खिड़की व दरवाजे अभी खोल कर रखती हैं इससे यदि घर के भीतर कहीं कोई वायरस रहता है तो वह निकल जाता है। उन्होंने डॉक्टरों व अन्य लोगों को भी ऐसा करने की सलाह दी।
कंटेनमेंट जोन में बैंकिंग सेवाओं का समय कम करने की मांग
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बैंक अधिकारियों के संगठन ने कंटेनमेंट जोन में बैंकिंग सेवाओं का समय कम करने की मांग की है। गौरतलब है कि बंगाल के सभी कंटेनमेंट जोन में गुरुवार शाम पांच बजे से सात दिनों का संपूर्ण लॉकडाउन कर दिया गया है। ऑल इंडिया बैंकिंग ऑफिसर कांफेडरेशन की तरफ से बैंकिंग सेवाओं का समय सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक करने की मांग की गई है। कांफेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव सौम्य दत्ता ने कहा कि बैंकों में आने वाले बहुत से लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं।उन्हें चिन्हित कर पाना मुश्किल है। इसे लेकर बैंककर्मी आतंकित हैं। कांफेडरेशन के राज्य सचिव संजय दास ने कहा-'अभी कृषि और एमएसएमइ लोन आवंटित करने का समय है इसलिए हम यह नहीं कह रहे कि काम नहीं करना चाहते लेकिन बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा भी जरूरी है।' कांफेडरेशन की तरफ से इस बाबत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी पत्र लिखा गया है। कांफेडरेशन ने एटीएम को लेकर भी चिंता जताई है। उसका कहना है कि एटीएम की जिम्मेदारी विभिन्न फ्रेंचाइजी को सौंपी गई है। एटीएम को सैनिटाइज नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण वे हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं।