बंगाल में सुरक्षा एजेंसियों के राडार पर अलकायदा का कथित नेटवर्क, गृह मंत्रालय भी जता चुका है चिंता
कार्रवाई-एनआइए इनकी जड़ तलाशने में जुटी। गृह मंत्रालय बंगाल की स्थिति को लेकर जता चुका है चिंता। बांग्लादेश के जरिए बंगाल में घुसपैठ कराई जा रही है। बंगाल से अब तक आठ तथा केरल से तीन अलकायदा आतंकियों की हुई है गिरफ्तारी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के कई जिलों में आतंकी संगठन अलकायदा का कथित नेटवर्क सुरक्षा एजेंसियों के राडार पर है। सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) इनकी जड़ तलाशने में जुटी है। गृह मंत्रालय बंगाल की स्थिति को लेकर चिंता जता चुका है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की आइएसआइ, अलकायदा (एक्यूआइएस) को फंडिंग कर रहा है। बांग्लादेश के जरिए बंगाल में घुसपैठ कराई जा रही है। बंगाल से अब तक आठ तथा केरल से तीन अलकायदा आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है। सभी बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले हैं।
कट्टरपंथ के जरिए स्थानीय स्तर पर नेटवर्क खड़ा करने का प्रयास
एजेंसियों का मानना है कि इंटरनेट मीडिया के जरिए कट्टरपंथ का जहर फैलाकर युवाओं को अलकायदा व आइएस प्रेरित संगठनों से जोड़ा जा रहा है। एजेंसियों का मानना है कि बांग्लादेश के रास्ते घुसपैठ करके कुछ आतंकी यहां आए हैं। जबकि कट्टरपंथ के जरिए स्थानीय स्तर पर नेटवर्क खड़ा करने का प्रयास हुआ है।
आइएसआइ भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वार में इस्तेमाल करना चाहता
बंगाल में मुर्शिदाबाद एक्यूआइएस का गढ़ बन चुका है। नदिया और नार्थ 24 परगना में भी यही हालत है। यहां इनके स्लीपर सेल बहुत हैं। बंगाल, केरल और कश्मीर के स्लीपर सेल के बीच जबरदस्त नेटवर्क है। आइएसआइ अलकायदा और आइएएस की भारतीय उपमहाद्वीप में मौजूदगी को भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वार में इस्तेमाल करना चाहता है। अलकायदा कश्मीर के आतंकियों की मदद करना चाहता है।
कुछ महीने पहले आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट जारी की थी
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें दावा किया गया था कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा (एक्यूआइएस) आतंकवादी संगठन हमले की साजिश रच रहा है। एक्यूआइएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है, जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है।
एक्यूआइएस उमर की मौत का बदला लेने को क्षेत्र में साजिश रच रहा
वह उमर की मौत का बदला लेने के लिए क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई की साजिश रच रहा है। रिपोर्ट में बताया गया था कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के 180 से 200 आतंकी हैं। ये भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार से हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा को आइएस का सहयोगी बताया जाता है।