बिहार में जदयू-राजग गठबंधन टूटने के बाद विरोधी एकता में दिखने लगी दरार!
तेजस्वी ने नीतीश को बताया पीएम पद का उम्मीदवार तो सौगत ने लिया ममता का नाम। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने कहा है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी विपक्ष की ओर से पीएम पद की उम्मीदवार हो सकती हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बिहार में जदयू-राजग गठबंधन टूटने के बाद सियासी समीकरण बदलने शुरू हो गए हैं। विरोधी एकता में दरार दिखने लगी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने कहा है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी विपक्ष की ओर से पीएम पद की उम्मीदवार हो सकती हैं। नीतीश की उम्मीदवारी को लेकर सवाल किए जाने पर सौगत ने कहा-'अभी इस बारे में बोलने का सही समय नहीं है। विपक्ष को एकजुट होना होगा।
बिहार भाजपा के हाथ से सत्ता चले जाना का साफ मतलब है कि वह कहीं न कहीं पीछे हो गई है। वहीं नीतीश का साथ छूटने के बाद राज्यसभा में भी भाजपा की स्थिति खराब हो गई है। मुझे उम्मीद है कि अगले लोकसभा चुनाव में इसका असर जरूर पड़ेगा।
बिहार के नए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयान पर कि नीतीश कुमार को पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए, सौगत ने कहा-'तेजस्वी के बयान पर मैं फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकता। प्रधानमंत्री के चेहरे के तौर पर किसका नाम आना चाहिए, यह बोलने का समय अभी नहीं आया है। फिलहाल सबसे ज्यादा जरूरी है कि भाजपा विरोधी दल एकजुट रहें। लोकसभा चुनाव से पहले कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस दौरान बहुत सारे बदलाव होंगे लेकिन इन सबके बाद भी अगर विपक्ष एकजुट रहता है, तो ही हम भाजपा को पीछे छोड़ पाएंगे।
सौगत से जब पूछा गया कि नीतीश कुमार के अलावा ममता बनर्जी व शरद पवार जैसे कई ऐसे नेता हैं, जो क्षेत्रीय दलों से हैं लेकिन राष्ट्रीय तौर पर बड़े चेहरे हैं। ऐसे में क्या वे भी पीएम पद के लिए दावेदार हो सकते हैं, इसके जवाब में सौगत ने कहा-'मुझे सबका तो नहीं पता लेकिन ममता बनर्जी जरूर दावेदार हो सकती हैं।Ó