इराक में मरने के चार वर्ष बाद लौटा अवशेष
चार साल पूर्व इराक के मोसुल शहर में बगदादी के आतंकियों के हाथों मारे गए बंगाल के नदिया जिले के दो श्रमिकों का ताबूत में बंद अवशेष सोमवार को कोलकाता पहुंचा।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। चार साल पूर्व इराक के मोसुल शहर में बगदादी के आतंकियों के हाथों मारे गए बंगाल के नदिया जिले के दो श्रमिकों का ताबूत में बंद अवशेष सोमवार को कोलकाता पहुंचा।
कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वायु सेना के विशेष विमान से ताबूत में बंद अवशेष को लेने के नदिया जिले के तेहट्ट निवासी खोखन सिकदर व चोपड़ा निवासी समर टिकादार के परिजन के साथ-साथ बंगाल सरकार के मंत्री पुर्णेदू बसु पहुंचे थे।
यहां एयर पोर्ट के कार्गो निकट बसु ने ताबूत पर फूल चढ़ा कर दोनों को अंतिम विदाई दी। इसके बाद ताबूत को लेकर परिजन नदिया रवाना हो गए। 15 जून 2014 को आखिरी दफा खोखन की अपने घर वालों से बात हुई थी। इसके बाद से कोई संपर्क नहीं हो सका था।
सोमवार की शाम को जब उनका अवशेष घर पहुंचा तो पूरा परिवार आंसूओं में डूबा था। पूरे गांव के लोग दोनों परिवारों के घर पर मौजूद थे।