West Bengal Politics : पेट्रोलियम उत्पादों पर करों में कमी की मांग को लेकर अधीर ने ममता को लिखा पत्र
बंगाल में अब तक ममता सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर वैट में नहीं की है कमी भाजपा भी कर चुकी है मांग। कांग्रेस और उनके सहयोगियों द्वारा शासित पंजाब छोड़कर अन्य राज्यों में वैट में कटौती नहीं की है लेकिन कांग्रेस नेता ममता से टैक्स घटाने की मांग कर रही है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः केंद्र सरकार द्वारा बीते दिनों पेट्रोल एवं डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती किए जाने के बाद देश के विभिन्न राज्यों में राज्य सरकारों ने अपने मूल्य वर्द्धित कर(वैट) में भी कटौती की है। इससे वहां के लोगों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ज्यादा राहत मिल रही है। वहीं, कांग्रेस द्वारा अब बंगाल में राज्य सरकार से टैक्स घटाने की मांग की गई है। इस संबंध में बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है।
पेट्रोलियम उत्पादों पर करों में कमी करने पर विचार करना चाहिए
ममता को लिखे पत्र में अधीर ने मांग करते हुए कहा है कि राज्य सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों पर करों में कमी करने पर विचार करना चाहिए। जिससे यहां के लोगों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी मिलने से राहत मिल सकें।
ताकि ईंधन की उच्च कीमतों से परेशान उपभोक्ताओं को राहत मिल सके
बता दें कि इससे पहले भाजपा ने भी बंगाल में राज्य सरकार से टैक्स घटाने की मांग की थी और वैट नहीं कम करने के खिलाफ कई दिनों तो विरोध प्रदर्शन किया था। उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने पिछले सप्ताह पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी, ताकि ईंधन की रिकार्ड-उच्च कीमतों से परेशान उपभोक्ताओं को राहत मिल सके।
शासित पंजाब छोड़कर अन्य राज्यों में वैट में कटौती नहीं की है
वहीं, केंद्र सरकार की घोषणा के बाद 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने अलग-अलग अनुपात में वैट दरों में कटौती करते हुए लोगों को और राहत दी है। सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस और उनके सहयोगियों द्वारा शासित पंजाब छोड़कर अन्य राज्यों में वैट में कटौती नहीं की है, लेकिन यहां कांग्रेस नेता ममता से टैक्स घटाने की मांग कर रही है।