कोरोना महामारी पर पश्चिम बंगाल से चौंकाने वाली रिपोर्ट, सांसद बोले- बंगाल को बदनाम करने की साजिश
राज्य के दौरे पर आई इंटर मिनिस्ट्रियल सेंटर टीम (आईएमसीटी) ने कहा है कि कोविड-19 से होने वाली मौतों के मामले में पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर देश में सबसे अधिक 12.8 प्रतिशत है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना महामारी को लेकर पश्चिम बंगाल से चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आ रही है। राज्य के दौरे पर आई इंटर मिनिस्ट्रियल सेंटर टीम (आईएमसीटी) ने कहा है कि कोविड-19 से होने वाली मौतों के मामले में पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर देश में सबसे अधिक 12.8 प्रतिशत है। आईएमसीटी के सदस्य अपूर्व चंद्रा ने राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को इस बारे में जानकारी दी है। उधर, आईएमसीटी की रिपोर्ट के बाद केंद्र और ममता सरकार के बीच घमासान और तेज हो गया है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आईएमसीटी का असली मकसद राजनीतिक वायरस फैलाना है।
आईएमसीटी का मतलब है इंडियाज मोस्ट कॉलस टीम (भारत की सबसे असंवेदनशील टीम),आईएमसीटी का दूसरा मतलब है - आई मस्ट कॉज ट्रबल :इन बंगाल: (मुझे बंगाल में समस्या खड़ी करनी चाहिए)। केंद्रीय टीम बंगाल को बदनाम कर रही है। आईएमसीटी के सदस्य अपूर्व चंद्रा ने राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को अपनी टिप्पणी में कहा है कि देश में कोविड-19 मृत्यु दर पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 12.8 प्रतिशत है। दिल्ली लौटने से पहले उन्होंने यह पत्र सिन्हा को लिखा।
चंद्रा ने पत्र में कहा कि मृत्यु दर बढ़ने से साफ जाहिर है कि राज्य में टेस्ट कम हुए हैं और कोरोना संक्रमितों की निगरानी में भी लापरवाही बरती गई है। चंद्रा ने कहा कि मेडिकल बुलेटिन में राज्य की ओर से बताए गए कोविड-19 के मामलों और केंद्र सरकार को दी गई जानकारी में अंतर है। चंद्रा के नेतृत्व में जांच टीम दो सप्ताह शहर में बिताने के बाद राष्ट्रीय राजधानी लौट चुकी है। गौरतलब है कि इससे पहले राज्य के दौरे पर आई दोनों केंद्रीय टीमों ने राज्य सरकार का सहयोग नहीं मिलने का आरोप लगाया था। वहीं, इससे पहले राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोविड-19 से निपटने की राज्य की तैयारियों को देखने के लिए टीमें भेजने के लिए केंद्र की आलोचना की थी और आरोप लगाया था कि राज्य में त्रुटिपूर्ण जांच किट भेजी गई हैं।