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खाद्य आंदोलन के मृतकों को याद किया, बंगाल के करीब 10 करोड़ लोग खाद्य साथी योजना के अधीन : ममता बनर्जी

West bengal politics जून 2021 तक इन लोगों को निशुल्क राशन प्रदान किया जाएगा। 1959 के खाद्य अंदोलन के दौरान मरने वालों को याद करते हुए यह दावा ममता बनर्जी ने किया।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 06:35 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 06:35 PM (IST)
खाद्य आंदोलन के मृतकों को याद किया, बंगाल के करीब 10 करोड़ लोग खाद्य साथी योजना के अधीन : ममता  बनर्जी
खाद्य आंदोलन के मृतकों को याद किया, बंगाल के करीब 10 करोड़ लोग खाद्य साथी योजना के अधीन : ममता बनर्जी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया राज्य में लगभग 10 करोड़ लोग खाद्य साथी योजना के अधीन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जून 2021 तक इन लोगों को निशुल्क राशन प्रदान किया जाएगा।

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1959 के खाद्य अंदोलन के दौरान मरने वालों को याद करते हुए यह दावा ममता ने सोमवार को किया। उन्होंने कहा कि बंगाल में हम राज्य के लगभग 10 करोड़ लोगों को खादी सुरक्षा योजना के माध्यम से खाद्य सुरक्षा प्रदान करते हैं। 

जून 2021 तक मुफ्त राशन मुहैया कराएंगे : सीएम

सुश्री बनर्जी ने ट्वीट किया कि जून 2021 तक लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस वर्ष 30 जून को पहले से ही 2021 जून तक लोगों को मुफ्त राशन देने के निर्णय की घोषणा की थी। पश्चिम बंगाल में 1958 के अंत में तत्कालीन अविभाजित सीपीआइ और अन्य वामपंथी समूहों द्वारा खाद्य संकट के विरोध में एक जन आंदोलन शुरू किया था। भोजन के लिए आंदोलन (खाद्य आंदोलन) अगस्त 1959 में अपने चरम पर पहुंच गया। 

खाद्य साथी योजना का उद्देश्‍य खाद्य सुरक्षा दी जाए

इसी दिन इस मुद्दे पर एक विरोध रैली के दौरान किसानों और महिलाओं सहित कई प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की गई जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी। 27 जनवरी, 2016 को सुश्री बनर्जी ने केंद्र की खाद्य सुरक्षा योजना को नाम बदल कर खाद्य साथी योजना कर इसका उद्घाटन की थी जिसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि लगभग 90 फीसद आबादी को खाद्य सुरक्षा दी जाए।


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