शिक्षक नियुक्ति घोटाले के खिलाफ आप ने कोलकाता में निकाली धिक्कार रैली
ममता सरकार को बंगाल की सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं।
नोट-दिल्ली के ध्यानार्थ
.........
हाईलाइटर ::: आप के प्रदेश नेताओं ने कहा कि ममता सरकार को बंगाल की सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं।
=================
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : आम आदमी पार्टी (आप) की बंगाल इकाई की ओर से रविवार को शिक्षक नियुक्ति घोटाले के खिलाफ महानगर में धिक्कार रैली निकाली गई, जिसमें करीब 2,000 आप कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। धिक्कार रैली रामलीला मैदान से शुरू हुई और मेयो रोड स्थित गाधी प्रतिमा के पास जाकर संपन्न हुई।
आप के एक प्रदेश नेता ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति घोटाले में बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैट से करोड़ों रुपए की बरामदगी के बाद ममता सरकार का भ्रष्टाचार खुलकर सामने आ गया है और उसे बंगाल की सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी की एक मांग लोकायुक्त को क्षमतावान बनाने की भी है। बंगाल में मुख्यमंत्री कार्यालय को लोकायुक्तत के अधीन करना होगा।' गौरतलब है कि अब तक शिक्षक नियुक्ति घोटाले के खिलाफ भाजपा, कांग्रेस व वामदल ही आवाज उठा रहे थे, अब आप भी इसमें शामिल हो गई है। गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस घोटाले को लेकर कुछ नहीं कहा है। केजरीवाल के साथ ममता के काफी अच्छे राजनीतिक संबंध भी हैं। इस लिहाज से केजरीवाल की पार्टी की तरफ से इस घोटाले को लेकर ममता के खिलाफ मोर्चा खोलने को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गौरतलब है कि आप की बंगाल इकाई के नेता पहले ही साफ कर चुके हैं कि संबंध अपनी जगह हैं और राजनीति अपनी जगह। बंगाल में भ्रष्टाचार के मामले देखने पर पार्टी उसके खिलाफ निश्चित रूप से आवाज बुलंद करेगी। सियासी विश्लेषकों का कहना है कि पंजाब फतह करने के बाद आप की निगाहें अब बंगाल पर है। पार्टी पहले ही बंगाल में अगले साल होने जा रहा पंचायत चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है।