आमिर खान ने फर्जी केवाईसी से खोले 147 बैंक खाते,मोबाइल गेमिंग ठगी मामले में खुल रहीं परतें
मोबाइल गेमिंग ऐप धोखाधड़ी मामले में एक और खुलासा हुआ है। कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग की जांच में सामने आया है कि इस केस में मुख्य आरोपित आमिर खान ने एक विशेष निजी बैंक में 147 खाते खोले थे।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मोबाइल गेमिंग ऐप धोखाधड़ी मामले में एक और खुलासा हुआ है। कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग की जांच में सामने आया है कि इस केस में मुख्य आरोपित आमिर खान ने एक विशेष निजी बैंक में 147 खाते खोले थे। प्रत्येक मामले में, वह इंट्रोड्यूसर था और उसने बैंक को धोखा देने के लिए नकली केवाईसी विवरण प्रस्तुत किया था। खुफिया विभाग ने इससे संबंधित कागजात भी कोर्ट में दाखिल किए हैं।
आमिर खान को पिछले शुक्रवार गाजियाबाद से कोलकात पुलिस के खुफिया विभाग ने गिरफ्तार किया गया था। उसने कथित तौर पर महामारी के दौरान नागरिकों को 50 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने के लिए ई-नगेट्स नामक एक गेमिंग ऐप तैयार किया और लांच किया। उसने इन खातों से पैसे इकट्ठा करने के लिए पांच अलग-अलग खातों का इस्तेमाल किया था।
जांच में पता चला कि है आमिर खान अपने मुनाफे के एक हिस्से को क्रिप्टो करेंसी में बदलता था। हालांकि, पुलिस ने इस दावे को खारिज किया कि क्रिप्टो करेंसी की कीमत करोड़ों में थी। एक अधिकारी ने दावा किया कि हम उसके हर वित्तीय लेनदेन की जांच कर रहे हैं। यह एक लंबी प्रक्रिया है। हम जल्दबाजी में किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकते। यही नहीं ईडी को पता चला है कि आमिर खाने के साथ तृणमूल के एक मंत्री और पार्ड पार्षद से करीबी संपर्क रहा है।
खुफिया विभाग ने दावा किया कि दो अन्य ऐप भी आमिर खान ने ही बनवाए थे। उन दोनों ऐप को लेकर भी जांच चल रही है। सूत्रों का दावा है कि दो अलग से बनवाए गए ऐप्स का इस्तेमाल बैंक की ओर से उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद किया गया था। खान के वकीलों ने अब तक सभी दावों का खंडन किया है और यहां तक कि पिछले रविवार को अदालत में पेश होने पर जमानत के लिए अपील भी की थी।
धोखाधड़ी के मामले में सबसे पहले बैंक ने ही आंतरिक जांच करवाई। इस जांच के बाद बैंक की ओर से पार्क स्ट्रीट पुलिस थाने में मामला दर्ज करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया। पुलिस उसके कम से कम दो सहयोगियों को तलब कर सकती है, उनमें से एक वह व्यक्ति है जिसके नाम पर न्यू टाउन का फ्लैट किराए पर लिया गया था और जहां से खान कथित तौर पर अपना आफिस चलाता था।
खान को गाजियाबाद के इंदिरापुरम के पास एक हाई-एंड कांडो से पकड़ा गया था। गिरफ्तारी के दो हफ्ते से भी कम समय बाद ईडी ने 10 सितंबर को व्यवसायी खान के गार्डनरीच स्थित घर से 17.32 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे।