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आमडागा कांड का मुख्य आरोपित गिरफ्तार

पंचायत बोर्ड गठन को लेकर उत्तर 24 परगना जिले के आमडागा में हुए संघर्ष मामले में मुख्य आरोपित व माकपा नेता जाकिर वल्लूक को पुलिस ने शनिवार को अजमेर शरीफ से गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 03:02 AM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 03:02 AM (IST)
आमडागा कांड का मुख्य आरोपित गिरफ्तार

उत्तर 24 परगना की विशेष पुलिस टीम ने अजमेर शरीफ से दबोचा

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-पंचायत बोर्ड गठन को लेकर हुई हिंसा में चार लोगों की हुई थी मौत

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संवाद सूत्र, बैरकपुर : पंचायत बोर्ड गठन को लेकर उत्तर 24 परगना जिले के आमडागा में हुए संघर्ष मामले में मुख्य आरोपित व माकपा नेता जाकिर वल्लूक को पुलिस ने शनिवार को अजमेर शरीफ से गिरफ्तार कर लिया। उसे गिरफ्तार करने के लिए उत्तर 24 परगना जिले के पुलिस अधिकारियों की विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम ने शनिवार दोपहर ढाई बजे के करीब अजमेर शरीफ के एक होटल से उसे दबोच लिया। रविवार को उसे अजमेर की अदालत में पेश कर ट्राजिट रिमांड पर कोलकाता लाया जाएगा और बारासात कोर्ट में पेश किया जाएगा।

आमडागा का माकपा नेता जाकिर पंचायत समिति का सदस्य और वहां विरोधी दल का नेता है। इस मामले में पुलिस आमडागा के माकपा नेता और उत्तर 24 परगना जिला माकपा कमेटी के सदस्य आमेद अली खान को गिरफ्तार कर चुकी है। इस तरह मामले में अब तक दो माकपा नेताओं की गिरफ्तारी हो चुकी है। आमडांगा कांड में तृणमूल के तीन और माकपा के एक समर्थक की मृत्यु हुई थी। 29 अगस्त को आमडागा थानांतर्गत ताराबेड़िय ग्राम पंचायत का बोर्ड गठित होने वाला था। इसी को लेकर 27 अगस्त को संघर्ष छिड़ गया। तृणमूल नेतृत्व का आरोप है कि उनके समर्थकों पर माकपा के लोगों ने हमला किया। ऐसा ही आरोप माकपा नेताओं ने तृणमूल पर लगाया है। आरोप है कि घटना के दिन जाकिर वल्लूक और उसके सहयोगी शहाबुद्दीन के नेतृत्व में इलाके की बिजली गुलकर हमला किया गया। भारी बमबाजी व फाय¨रग के चलते ढाई घटे तक पुलिस इलाके में नही घुस पाई थी। घटना के बाद जाकिर फरार हो गया था और 31 अगस्त को मुंबई पहुंचा। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा था। मुंबई से एक अन्य फोन से उसने आमडागा में अपने एक परिचितसे संपर्क किया। इसकी जानकारी पुलिस को मिल गई। पुलिस लगातार उसके नंबर को ट्रेस करने में लगी थी। पुलिस से बचने के लिए वह लगातार होटल बदल रहा था ताकि पुलिस को उसके ठिकाने की जानकारी न मिल सके। आखिरकार पुलिस ने उसके ठिकाने का पता कर उसे गिरफ्तार कर लिया।


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