Kanyashree yojna: बंगाल की 67 लाख लड़कियां सरकार की कन्याश्री योजना से हुईं सशक्त : ममता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार की कन्याश्री योजना से करीब 67 लाख लड़कियां सशक्त हुई हैं। 14 अगस्त को पिछले सात वर्षों से ममता मनाती हैं कन्याश्री दिवस।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार की कन्याश्री योजना से करीब 67 लाख लड़कियां सशक्त हुई हैं। सातवें कन्याश्री दिवस के मौके पर सुश्री बनर्जी ने कहा कि लड़कियां देश के लिए पूंजी हैं और वे सभी को गौरवान्वित करती हैं।
ममता ने ट्वीट किया कि आज कन्याश्री दिवस है। कन्याश्री योजना की शुरुआत 2013 में की गई थी और इसने संयुक्त राष्ट्र (प्रथम पुरस्कार) का पुरस्कार जीता है। इस विशेष योजना के जरिये करीब 67 लाख लड़कियां सशक्त हुई हैं। लड़कियां हमारे देश के लिए पूंजी हैं और हमें उन पर गर्व है।
किशोरियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करना योजना का उद्देश्य
उल्लेखनीय है कि कन्याश्री एक सशर्त नकद हस्तांतरण योजना है, जिसका उद्देश्य किशोरियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करके और उन्हें 18 साल की उम्र तक विवाह करने से रोककर उनके स्वास्थ्य और स्थिति में सुधार करना है। बंगाल सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना वर्ष 2013 में लागू की गई और इसमें अविवाहित लड़कियों को दो तरह से नकदी हस्तांतरित की जाती है। पहले में 13 से 18 साल की लड़कियों को एक हजार रुपये की सालाना छात्रवृत्ति दी जाती है।
कन्याश्री विवि और कन्याश्री महाविद्यालय भी खोलने का फैसला
वहीं दूसरे में 18 साल की उम्र होने पर 25 हजार रुपये की एकमुश्त राशि आगे की पढ़ाई या कामकाज के लिए दी जाती है। ममता सरकार को वर्ष 2017 में कन्याश्री योजना के लिए संयुक्त राष्ट्र ने जनसेवा सम्मान से सम्मानित किया। राज्य सरकार ने नादिया जिले में कन्याश्री विश्वविद्यालय और पूरे राज्य में कन्याश्री महाविद्यालय भी खोलने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने पिछले साल जनवरी में नदिया जिले के कृष्णानगर में विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी।