Move to Jagran APP

भगाड़ कांड से रेस्तरांओं में मांस व चिकेन की मांग में भारी कमी

-सोशल मीडिया पर रेस्तरां के नाम से फैलाई जा रही अफवाह के खिलाफ पुलिस में शिकायत -रेस्तरां व

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 May 2018 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 03 May 2018 07:00 AM (IST)
भगाड़ कांड से रेस्तरांओं में मांस व चिकेन की मांग में भारी कमी
भगाड़ कांड से रेस्तरांओं में मांस व चिकेन की मांग में भारी कमी

-सोशल मीडिया पर रेस्तरां के नाम से फैलाई जा रही अफवाह के खिलाफ पुलिस में शिकायत

loksabha election banner

-रेस्तरां व होटल एसोसिएशन कहा, घटना से आय पर कोई प्रभाव नहीं

जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता: कचरा डंपिंग ग्राउंड (भगाड़) में फेंके गए मृत जानवरों व मरी हुई मुर्गियों के मांस की आपूर्ति का भंडाफोड़ हुआ है। इसके बाद चिकेन व मांस खाने वाले लोग होटलों, रेस्तारांओं में आर्डर देने से पहले सौ बार सोच रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर कोलकाता के कई नामी रेस्तरां व होटलों के नाम वायरल हो रहे हैं जिनके बारे में कहा जा रहा है कि उन रेस्तरां व होटलों में भगाड़ का मांस व मृत मुर्गियों के चिकेन आपूर्ति होते थे। इससे रेस्तरां व होटल मालिक काफी क्षुब्ध हैं। इसे लेकर कुछ रेस्तरां मालिकों ने पुलिस के साइबर सेल में लिखित शिकायत की है।

हालांकि, कोलकाता के शीर्ष रेस्तरांओं के प्रबंधन का दावा है कि भगाड़ मांस कांड का भंडाफोड़ होने के बावजूद उनके यहां ग्राहकों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। पर, उन्होंने माना कि लोग मास आधारित व्यंजनों का आर्डर देने से पहले कई बार पूरी जानकारी ले रहे हैं कि मांस व चिकेन कहां से लाया जाता है। उसकी क्वालिटी क्या है? आदि-आदि। यानी लोगों चिकेन व मांस से तैयार व्यंजनों को संदेह की नजर से देख रहे हैं। होटल व रेस्तरा एसोसिएशन ऑफ ईस्टर्न इंडिया (एचआरईईआइ) के अध्यक्ष सुदेश पोद्दार का कहना है कि कुल मिलाकर देखा जाए तो हमारे एसोसिएशन से जुड़े रेस्तरां में मांस वाले व्यंजनों की मांग में 60 फीसद की कमी आई है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इससे हमारे लाभ पर कोई असर नहीं पड़ा है। क्योंकि, मांस व चिकेन के स्थान पर लोग मछली, झींगा और शाकाहारी व्यंजनों की मांग बढ़ गई है। पोद्दार खुद रेस्तरां के मालिक हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में, पुलिस ने भगाड़ में फेंके गए जानवरों के मास को बेचने वाले रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए करीब 20 टन सड़े हुए मास को जब्त किया था। यह मांस मध्य कोलकाता के एक कोल्ड स्टोरेज में रखा गया था जहां से शहर के आसपास के रेस्तरा व होटलों में उसकी आपूर्ति की जाती थी। हालाकि, इस घटना के बाद से रेस्तरा मालिक मांस व चिकेन की गुणवत्ता के बारे में अधिक सतर्क हो गए। पार्क स्ट्रीट के दो प्रतिष्ठित रेस्तरा के मालिक नितिन कोठारी ने स्वीकार किया कि भगाड़ मांस कांड के बाद से वे और उनके कर्मचारी काफी सतर्क हो गए हैं। उन्होंने कहा, हमने अपने रेस्तरां में आने वाले मांस व चिकेन की गुणवत्ता की जाच के लिए कठोर उपाय किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की घटना से उनके रेस्तरा की बिक्री प्रभावित नहीं होगी। क्योंकि उनका रेस्तरां भोजन की गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता नहीं करता। वर्षो लोगों को बेहतर खाद्य पदार्थ आपूर्ति करते आ रहे हैं। हम अधिक ग्राहकों को लुभाने के लिए क्वालिटी से समझौता नहीं करते हैं। हमारा मास मेट्रो कैश एंड कैरी से आता है।

इस बीच सोशल मीडिया पर विभिन्न रेस्तरां, होटलों के नाम से अफवाहें फैलाई जा रही है। ऐसे ही एक बड़े रेस्तरां चैन के मालिक अख्तर हसनैन ने कहा कि अफवाह फैलने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर रहे हैं। इस बाबत कुछ रेस्तरां मालिकों ने कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार के साइबर सेल में लिखित शिकायत की है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.