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BSF ने सीमा पर दुर्लभ प्रजाति के 25 African Love Birds पक्षी को तस्करों के चंगुल से कराया आजाद

BSF के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए 25 अफ्रीकन लव बर्ड्स ( African Love Birds) पक्षी को तस्‍करों के चंगुल से छुड़वाया है। इन्‍हें बांग्लादेश से भारत में तस्करी के उद्देश्य से लाया जा रहा था।

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 08:33 AM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 08:33 AM (IST)
BSF ने सीमा पर दुर्लभ प्रजाति के 25 African Love Birds पक्षी को तस्करों के चंगुल से कराया आजाद
दुर्लभ प्रजाति के 25 अफ्रीकन लव बर्ड्स पक्षी (तोता) तस्करों के चंगुल से आजाद

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 153वीं वाहिनी के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के 25 अफ्रीकन लव बर्ड्स पक्षी (तोता) को तस्करों के चंगुल से आजाद कराया है। अधिकारियों ने बताया कि इन पक्षियों को सीमा चौकी दोबिला इलाके से बचाया गया जब तस्कर बांग्लादेश से भारत में तस्करी के उद्देश्य से इसे ला रहे थे।

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बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि 22 सितंबर को 153वीं वाहिनी की सीमा चौकी दोबिला के सीमा पर तैनात जवानों ने खुफिया शाखा की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एक विशेष अभियान चलाया। रात करीब 8:30 बजे बांग्लादेश की तरफ तस्करों की गतिविधि दिखने पर बीएसएफ की क्विक रिएक्शन टीम ने उन्हें चुनौती दी। इसके बाद जवानों को देख कर तस्कर पक्षियों से भरे चार पिंजरे को छोड़कर अंधेरे व जलजमाव का फायदा उठाकर वापस बांग्लादेश की तरफ भाग निकले। इलाके की तलाशी लेने पर मौके से चार पिंजरे बरामद हुए जिसमें 25 अफ्रीकन लव बर्ड्स पक्षी मिला। बीएसएफ ने तस्करों के चंगुल से बचाए गए पक्षियों को अलीपुर चिड़ियाघर, कोलकाता को सौंप दिया है।

तस्करी रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है बीएसएफ

इधर, 153वीं वाहिनी बीएसएफ के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने बताया कि बीएसएफ सीमा पर होने वाली दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों की तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा की हम किसी भी हाल में अपने इलाके से तस्करी नही होने देंगे। बता दें कि 153वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने इससे पहले 24 जुलाई को सीमा चौकी दोबिला के सीमावर्ती इलाके से ही दुर्लभ प्रजाति के 20 कबूतरों को तस्करों के चंगुल से बचाया था। इन कबूतरों को रात के अंधेरे में बांग्लादेश से भारत में तस्करी के उद्देश्य से लाने की कोशिश की जा रही थी।


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