West bengal Coronavirus: कोरोना से एक और चिकित्सक की मौत, कोलकाता पुलिस के 45 कर्मी संक्रमित
कोरोना महामारी ने शुक्रवार को एक और योद्धा की जान ले ली। दक्षिण कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती मेडिसिन विशेषज्ञ के रूप में विख्यात चिकित्सक तरून कुमार मुखर्जी(78) की मौत हो ग
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः कोरोना महामारी ने शुक्रवार को एक और योद्धा की जान ले ली। दक्षिण कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती मेडिसिन विशेषज्ञ के रूप में विख्यात चिकित्सक तरून कुमार मुखर्जी(78) की मौत हो गई। वह एक निजी अस्पताल में इन दिनों सेवा दे रहे थे। इनका इलाज करने के वाले डॉक्टरों ने कहा कि मुखर्जी पिछले कई दिनों से बीमार थे और उनकी जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आइ थी।
वहीं दूसरी ओर कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों सहित और 45 पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन सब की रिपोर्ट पॉजिटिव आइ है। शुक्रवार को कोलकाता पुलिस एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि अब तक 1,100 से अधिक पुलिस कर्मियों कोरोना वायरस ने संक्रमित किया है। इन पुलिस कर्मियों की कोरोना जांच की रिपोर्ट गुरुवार को आई है।
इनमें से कुछ को घर पर ही आइसोलेशन में रहने को कहा गया है, जबकि जिन लोगों को गंभीर परेशानी है उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुवार तक बंगाल में कोरोना से 1,536 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 67,992 वायरस से संक्रमित हुए हैं। यहां बताते चलें कि कोरोना वायरस की वजह से पिछले सप्ताह कोलकाता पुलिस के दो कर्मियों की मौत भी हो गई थी। राज्य सरकार के लिए पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना की चपेट में आने के मामले चिंता का विषय बना हुआ है। सिर्फ कोलकाता पुलिस ही नहीं बल्कि अन्य राज्य पुलिस के सैकड़ों कर्मी अब तक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
तीन दिन पहले ही कोलकाता पुलिस के आला अधिकारियों ने कहा था कि अब हर थाने में कोरोना के लक्षण वाले आरोपितों के लिए अलग से आइशोलेशन लॉकअप बनाने की योजना है। क्योंकि, पुलिस वाले अारोपितों से पूछताछ के दौरान अधिक संक्रमित हो रहे हैं।
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माकपा नेता श्यामल चक्रवर्ती भी कोरोना से संक्रमित
माकपा के वयोवृद्ध दिग्गज नेता श्यामल चक्रवर्ती भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। बुधवार को उन्हें महानगर के उल्टडांगा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करिया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के साथ-साथ बुखार भी था। डॉक्टरों ने निमोनिया बताया था। बाद में जब जांच हुई तो कोरोना रिपोर्ट पॉजेटिवी आइ है। इसके बाद उन्हें गुरुवार की रात को ईएमबाइपास स्थित एक अन्य निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। वे माकपा श्रमिक संगठन सीटू के बड़े नेताओं में से एक हैं और बंगाल के परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं।