Coronavirus Special: बैज पहनाकर कोरोना योद्धाओं का हौसला बढ़ा रहे कर्नल जीवन कुमार सिंह
कमांडेंट कर्नल सिंह ने कहा-कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ाना बेहद जरुरी है । मैं चाहता था कि कुछ ऐसा करूं जिसका अहसास जीवनभर कोरोना योद्धाओं के साथ रहे और उन्हें सम्मान का बोध हो।
विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता : तन समर्पित, मन समर्पित और यह जीवन समर्पित। चाहता हूं देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूं । राष्ट्र प्रेम का अलख जगातीं इन पंक्तियों को अपने जीवन का ध्येय बना चुके कर्नल जीवन कुमार सिंह (सेवानिवृत्त) एक और मिशन में जुट गए हैं । कोरोना काल में अनाज को नष्ट होने से बचाने का सफल अभियान चलाने के बाद अब वे कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ाने में लगे हुए हैं। कर्नल सिंह कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे सभी को सम्मानित कर रहे हैं।उन्होंने इस बाबत एक खास बैज तैयार किया है, जिसे वे हर उस शख्स को पहना रहे हैं, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में योगदान कर रहा है । इनमें स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी से लेकर सभी शामिल हैं।
वर्तमान में झारखंड पुलिस में एसपी (एसटीएफ) व कमांडेंट कर्नल सिंह ने कहा-'कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ाना बेहद जरुरी है । मैं चाहता था कि कुछ ऐसा करूं, जिसका अहसास जीवनभर कोरोना योद्धाओं के साथ रहे और उन्हें सम्मान का बोध हो। मैंने महसूस किया कि इस बैज को लगाने के बाद उनका बॉडी लैंग्वेज ही बदल जाता है। उनके चेहरे पर बढे दायित्व बोध की झलक दिखती है और उन्हें अपने काम काफी गर्व की अनुभूति होती है। कोरोना योद्धाओं की मानसिक दृढ़ता बढ़ाने के लिए ही मैंने यह अभियान शुरू किया है।' एक अनुभव साझा करते हुए कर्नल सिंह ने कहा-'मैं कुछ दिन पहले बंगाल-झारखंड सीमा पर पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों को बैज लगा रहा था। उस वक्त तकरीबन 11 साल की एक बच्ची मेरे पास आई और बोली कि वह भी प्रवासी मजदूरों को गर्मी में लगातार पानी पिलाती आ रही है। यह सुनकर मैंने उस बच्ची को भी कोरोना बैज लगाया। मैं जब उसके कंधे पर बैज लगा रहा था, उस समय उसके चेहरे पर नई जिम्मेदारी का भाव नजर आ रहा था ।'
बैज की पृष्ठभूमि में है राष्ट्रीय ध्वज
कर्नल सिंह ने इस बैज का डिजाइन खुद तैयार किया है। उन्होंने इसकी पृष्ठभूमि में तिरंगा झंडा रखा है । उन्होंने कहा-'तिरंगा झंडा विजय का प्रतीक है। विजय का प्रतीक सीने पर लगाकर कोरोना योद्धा लड़ेंगे तो निश्चित तौर पर हमारी जीत होगी। बिल्ला में ऊपर 'कोरोना योद्धा' और नीचे 'आप पर देश को गर्व है' अंकित है । इस बैज को
जमशेदपुर में तैयार किया गया है । शुरूआती तौर पर 1,000 बैज तैयार किए गए हैं। जब तक कोरोना का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता, मेरा यह अभियान जारी रहेगा।' कर्नल सिंह अब तक झारखंड के जमशेदपुर व धनबाद और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के कई कोरोना योद्धाओं को सम्मानित कर चुके हैं।
गौरतलब है कि कर्नल सिंह ने इसे पहले लॉकडाउन में अनाज की बर्बादी रोकने के लिए 90 दिनों का फूड चैलेंज पेश किया था, जिसके जरिए उन्होंने थाली में भोजन का एक भी कण नहीं छोड़ने का पैगाम दिया था। उनकी इस मुहीम को भी भारी कामयाबी मिली थी।