बंगाल भाजपा के अध्यक्ष को चक्रवात प्रभावित इलाकों में जाने से रोका, भाजपा कार्यकर्ताओं को पीटा
पुलिस ने बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष को राज्य के चक्रवात प्रभावित दक्षिण 24 परगना जिले में जाने से रोक दिया
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः पुलिस ने बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष को राज्य के चक्रवात प्रभावित दक्षिण 24 परगना जिले में जाने से रोक दिया जिसके बाद भाजपा और राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया। घोष को पुलिस ने बलपूर्वक पाटुली ब्रिज के पास ही रोका। उनके साथ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता थे। घोष पुलिस के अधिकारियों से यह समझने की कोशिश कर ही रहे थे कि उन्हें क्यों रोका गया है? आरोप है कि इसी बीच बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता एकत्रित हो गए और पुलिस के सामने ही भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले कर दिए। दो भाजपा कार्यकर्ताओं का सिर फट गया है जबकि कई अन्य घायल हुए हैं।
घोष ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज किया है और तृणमूल कर्मियों के साथ मिलकर भाजपा कार्यकर्ताओं को मारा- पीटा गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर तृणमूल कांग्रेस वाले मारपीट चाहते हैं, तो वह भी हिंसा के लिए तैयार हैं, पीछे नहीं हटेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ममता कहती हैं कि वह राजनीति नहीं करेंगी, लेकिन अब उन्हें रोककर जो किया जा रहा है, वह क्या है? क्या यह राजनीति नहीं है? मैं पीड़ित लोगों से मिलने के लिए जा रहा था। मुझे क्यों रोका गया? अगर मुझे रोका गया, तो तृणमूल के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हमले क्यों किए? उन्होंने कहा कि बंगाल ममता के शासनकाल में बदहाली की ओर है। हर चीज में राजनीति और हिंसा हावी है। घोष पूछा कि आखिर चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में जाकर वह लोगों से क्यों नहीं मिल सकते? वह हालात का आकलन क्यों नहीं कर सकते हैं? उन्होंने राज्य प्रशासन पर ममता के इशारे पर हमला करने का आरोप लगाया। हालांकि, दिलीप पुलिस के रोकने पर वापस लौट आए। उन्होंने कहा कि राजनीति करना नहीं चाहते, लेकिन तृणमूल कांग्रेस वाले जो चाहते हैं उसका जवाब उन्हीं की भाषा में देंगे। इसे लेकर कोलकाता नगर निगम के प्रशासक और तृणमूल नेता फिरहाद हकीम ने कहा कि भाजपा राहत सामग्री को बांटने में भी राजनीति करने पर तुली हुई है।
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विपदा में भी राजनीतिक लाभ लेना चाहती है ममताः भाजपा
कोलकाता : एम्फन से प्रभावित लोगों में राहत सामग्री वितरित करने जा रहे प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष को रोके जाने व भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले पर भाजपा के महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया कि आपदा के समय भी बंगाल की मुख्यमंत्री राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही हैं। ममता जी ने हर चीज का राजनीतिकरण कर दिया है। वह न तो भाजपा नेताओं को आम लोगों तक पहुंचने देना चाहती हैं और न ही खुद भी लोगों का दु:ख- दर्द कम करने की कोशिश करती हैं। उनकी सरकार पूरी तरह से असफल रही है। उन्होंने कहा कि ममता जी कोरोना महामारी में भी भाजपा सांसदों व नेताओं को रोका। उन्हें जनता के पास जाने नहीं दिया और अब तूफान को लेकर राज्य के लोग परेशान है, लेकिन यहां भी ममता जी राजनीति कर रही हैं और भाजपा नेताओं से आम लोगों के पास जाने से रोक रही हैं। वहीं प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने ट्वीट किया कि दीदी डर गई हैं। इस तरह से जनता के असंतोष को रोका नहीं जा सकता है।
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आपदा में भी ममता कर रही हैं राजनीति : मेनन
भाजपा के केंद्रीय सह प्रभारी अरविंद मेनन ने ट्वीट किया कि भाजपा अध्यक्ष को एम्फन प्रभावित इलाकों में जाने से रोका गया। भाजपा के लोगों को लॉकडाउन में लोगों की सहायता करने से रोका गया, अब तूफान के बाद भी भाजपा को मदद करने से रोका जा रहा है। अभूतपूर्व वैश्विक आपदा के समय भी ममता राजनीति कर रही हैं। बैरकपुर से भाजपा के सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को चक्रवात प्रभावित इलाकों में जाने से रोका जाना शर्मनाक है। ममता सरकार राज्य में प्रजातंत्र की हत्या कर रही हैं। प्रदेश भाजपा महासचिव शयांतन बसु ने कहा कि इस तरह की आपदा में केवल ममता सरकार ही इस तरह की नकारात्मक राजनीति कर सकती हैं।