West Bengal Coronavirus Lockdown effect:मुफ्त राशन वितरण में दिखी अव्यवस्था, बंगाल के कई जिलों में बवाल
कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर जारी लॉकडाउन के बीच बुधवार से पूरे बंगाल में बीपीएल व गरीब परिवारों के बीच निःशुल्क राशन वितरण में दूसरे दिन भी अव्यवस्था दिखी।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर जारी लॉकडाउन के बीच बुधवार से पूरे बंगाल में बीपीएल व गरीब परिवारों के बीच निःशुल्क राशन वितरण में दूसरे दिन भी अव्यवस्था दिखी। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए गुरुवार को भी राज्यभर के राशन दुकानों में सुबह से ही मुफ्त राशन लेने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई।
सुबह से ही राशन दुकानों के बाहर लंबी- लंबी कतारें लग गई। खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिया मलिक की अपील व आश्वासन के बावजूद मुफ्त राशन लेने के लिए लोगों में होड़ दिखी। इसको लेकर गुरुवार को भी मुर्शिदाबाद, मालदा, पुरुलिया, उत्तर व दक्षिण 24 परगना सहित अन्य जिलों में बवाल देखने को मिला। मुफ्त राशन लेने के लिए हर जगह अफरा -तफरी देखी गई। कोरोना से बचाव के लिए सरकार की ओर से बार-बार सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील के बावजूद राशन दुकानों पर लोगों की भीड़ इकट्ठा दिखी।
वहीं, राशन के लिए बुधवार को राज्यभर में हुए भारी बवाल व मारपीट की घटनाओं के बावजूद प्रशासन की ओर से भी कोई सख्त प्रबंध नहीं किया गया। बुधवार की तरह ही हर जगह मुफ्त राशन के लिए अव्यवस्था का आलम दिखा। इधर, उत्तर बंगाल के भी विभिन्न हिस्सों में राशन के लिए भारी भीड़ को देखते हुए राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने गुरुवार को खाद्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने कोरोना के बढ़ते प्रकोप व लॉकडाउन को देखते हुए सुचारू रूप से राशन का वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बता दें कि बुधवार को राशन दुकानों पर भीड़ व बवाल के बाद राज्य के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक ने लोगों को आश्वस्त किया था कि अगले 6 महीने तक गरीबों में मुफ्त में राशन वितरण का कार्यक्रम चलता रहेगा। इसलिए किसी को हड़बड़ी करने की जरूरत नहीं है। इसके बावजूद लोगों में धैर्य नहीं दिखा। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना संकट को देखते हुए राज्य के करीब 8 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन देने की घोषणा की थी। जैसे ही बुधवार से राशन वितरण का काम शुरू हुआ राशन दुकानों पर लंबी-लंबी लाइनें व लोगों की भारी भीड़ जुट गई थी।
राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि एएवाइ, एसपीएचएच, पीएचएच व आरकेएसवाइ-1 की श्रेणियों में शामिल परिवारों को ही मुफ्त में राशन दिया जाएगा। जिनके राशन कार्ड पर इन चारों श्रेणी में से कोई भी अंकित होगा उन्हें मुफ्त में राशन दिया जाएगा। इसके अलावा जिनके राशन कार्ड पर आरकेएसवाइ-2 अंकित होगा उन्हें रियायती दर यानी आधे दाम पर चावल व गेहूं दिया जाएगा।
आंकड़ों के मुताबिक राज्य में करीब 7.72 करोड़ लोगों को मुफ्त में जबकि 1.10 करोड़ लोगों को आधे दाम पर राशन दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार, निःशुल्क राशन के तहत मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक चावल, गेहूं, चीनी व आटा दिया जा रहा है।