Coronavirus effect: कोलकाता के क्राइम में 50 फीसदी तक गिरावट , राहत सामग्री को लेकर झड़प में 10 घायल
Coronavirus effect कोलकाता में बीते दस दिनों के दौरान विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में करीब 50 प्रतिशत की गिरावट आई है! दो समूहों के बीच झड़प में 10 लोग घायल हो गए
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता में बीते दस दिनों के दौरान डकैती और महिलाओं से छेड़छाड़ समेत विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में करीब 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है। अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच शहर में झपटमारी और जेबतराशी के मामले कम हो गए हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने कहा, ''अगर 18 मार्च से 28 मार्च के बीच दर्ज आपराधिक गतिविधियों की तुलना इस साल जनवरी और फरवरी से करें तो निश्चित रूप से कह सकते हैं कि अपराध की दर में 50 फीसदी तक की गिरावट आई है। ''उन्होंने कहा, ''हमने 18 मार्च से अधितकर सफेदपोश अपराध के मामले दर्ज किये हैं। '' अधिकारी ने कहा, ''बीते 11 दिनों में विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज मामले 300 से अधिक नहीं हैं, जनवरी और फरवरी में संबंधित अवधि में 600 मामले दर्ज किये गए थे। ''
कोलकाता में राहत सामग्री के वितरण को लेकर झड़प
कोलकाता: सोमवार तड़के दक्षिण-पश्चिम कोलकाता के गार्डनरीच में लॉक डाउन की अवधि के दौरान राहत सामग्री के वितरण को लेकर दो समूहों के बीच झड़प में पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 10 लोग घायल हो गए।
“राहत सामग्री के वितरण को लेकर झड़पें हुईं।
कोलकाता पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (पोर्ट डिवीजन) सैयद वकार रज़ा ने कहा, हमने सात लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ लोग घायल हो गए। ईंट- पत्थरबाजी की वजह से लगभग छह पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं, ”कोलकाता नगर निगम के दो निकटवर्ती वार्डों में दो समूहों के लोगों के बीच करीब 1.30 बजे झड़प हुई। दोनों वार्ड सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के नियंत्रण में हैं।“एक समूह ने राहत सामग्री वितरित करने के लिए दूसरे वार्ड में प्रवेश किया, जिससे टकराव हुआ। समूह के सदस्यों ने एक दूसरे पर लोहे की छड़ें, बांस की लाठी और ईंटों से हमला किया। कुछ बम भी फेंके गए, ”वार्ड नंबर 134 के निवासी आफताबुद्दीन आलम ने कहा, हालात को देखते हुए एक बड़ी पुलिस टुकड़ी को तैनात करना पड़ा और पुलिस को समूहों को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा।