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West Bengal: जादवपुर विश्वविद्यालय में ढाई वर्ष बाद हुआ छात्रसंघ का चुनाव, मतगणना 20 को

Jadavpur University. जादवपुर विश्वविद्यालय के तीनों संकायों कला विज्ञान और इंजीनियरिंग में चुनाव हुए। तीनों संकायों के छात्रों ने मतदान किया। मतगणना 20 फरवरी को होगी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 06:43 PM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 06:43 PM (IST)
West Bengal: जादवपुर विश्वविद्यालय में ढाई वर्ष बाद हुआ छात्रसंघ का चुनाव, मतगणना 20 को
West Bengal: जादवपुर विश्वविद्यालय में ढाई वर्ष बाद हुआ छात्रसंघ का चुनाव, मतगणना 20 को

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Jadavpur University. ढाई वर्ष से लगातार छात्र आंदोलन के बाद बुधवार को जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रसंघ का चुनाव हुआ। जादवपुर विश्वविद्यालय के तीनों संकायों कला, विज्ञान और इंजीनियरिंग में चुनाव हुए। तीनों संकायों के छात्रों ने मतदान किया। मतगणना 20 फरवरी को होगी।

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जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2016 में राज्य के शिक्षाविभाग की ओर से निर्देशिका जारी कर छात्रसंघ चुनाव बंद करा दिए गए थे। कुल ढाई साल तक राज्य के शिक्षण संस्थानों में छात्रसंघ चुनाव बंद थे। हालांकि इन ढाई सालों में छात्रसंघ चुनाव को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों ने चरम आंदोलन किए। उसके बाद गत 2016 के नवंबर माह में प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय को सबसे पहले छात्रसंघ चुनाव की अनुमति मिली। उसके बाद दूसरी अनुमति जादवपुर विश्वविद्यालय को मिली। इसमें एम.फिल के छात्र भी मतदान कर सकेंगे। पहली बार मतदान के नियमों में बदलाव करते हुए एम.फिल के छात्रों को मतदान की अनुमति दी गई है। अब तक एम.फिल के विद्यार्थियों को मतदान का अधिकार नहीं था।

एबीवीपी ने पहली बार उतारे अपने उम्मीदवार

वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) वाममोर्चा राजनीति के गढ़ यादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के चुनाव में पहली बार अपने उम्मीदवार उतारे। परिषद ने अभियांत्रिकी और कला संकाय के केंद्रीय पैनलों के लिए उम्मीदवार उतारे हैं। केंद्रीय पैनल में दो उपाध्यक्ष, दो महासचिव और चार सहायक महासचिव के पद हैं। अभाविप ने कक्षा प्रतिनिधि के पदों के लिए भी उम्मीदवार उतारे हैं।

दक्षिणपंथी संगठन और माकपा समर्थित स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) कला संकाय की 40 सीटों के लिए एक दूसरे से संघर्ष कर रहे हैं। अभियांत्रिकी संकाय में भी इतनी ही सीटें हैं। अभाविप के कला विभाग इकाई के अध्यक्ष सुभोदीप कर्मकार ने कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय का मतलब वामपंथी किला नहीं है। विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शक्तियां उभर रही हैं और हमें अच्छा करने की आस है। हालांकि स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया ने भी चुनाव जीतने का विश्वास प्रकट किया है।

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