प्रथम पुण्यतिथि पर शहीद बबलू को पूरा गांव देगा श्रद्धांजलि
- उलबेड़िया पालिका ने श्रद्धांजलि स्वरूप आयोजित किया है कार्यक्रम - बीते साल 14 फरवरी को पुलवामा
- उलबेड़िया पालिका ने श्रद्धांजलि स्वरूप आयोजित किया है कार्यक्रम
- बीते साल 14 फरवरी को पुलवामा हमले में हुए थे शहीद जागरण संवाददाता, हावड़ा : बीते साल पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान बबलू सांतरा की शुक्रवार (14 फरवरी) को प्रथम पुण्यतिथि है। इस अवसर पर पश्चिम बाउड़िया स्थिति चक्काशी राजवंशी पाड़ा स्थित उनके पैतृक गांव में उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। पूरा गांव इस आयोजन में शामिल होगा। इस दिन उलबेड़िया नगरपालिका की ओर से शहीद को श्रद्धांजलि स्वरूप इलाके में एक दिवसीय मैत्री क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया है। बबलू सांतरा के छोटे भाई कल्याण बनर्जी ने बताया कि इस आयोजन में उनके परिवार को पालिका की ओर से आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किया गया है।
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शहीद को श्रद्धांजलि स्वरूप निकाली जाएगी रैली
बता दें कि इस साल 19 जनवरी को परिवार व स्थानीय लोगों की पहल पर शहीद बबलू सांतरा की एक प्रतिमा उनके पैतृक आवास के समीप ही स्थापित की गई है। शुक्रवार को आयोजन से पूर्व वहां से एक रैली निकाली जाएगी, जिसमें शहीद के परिवार के अलावा स्थानीय स्तर पर लोग शामिल रहेंगे। रैली विभिन्न मार्गो से होते हुए बबलू सांतरा की प्रतिमा स्थल तक जाएगी। वहां उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। तत्पश्चात खेल आयोजन का शुभारंभ किया जाएगा। इस अवसर पर स्थानीय स्तर पर विधायक अन्य नेताओं व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
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बेहद मेहनती था बबलू : मां
मां वनमाला सांतरा बताती हैं कि बबलू बचपन से ही बेहद मेहनती था। वह हर मामलों में संजीदा रहने के साथ ही परिवार के प्रति भी तमाम जिम्मेदारियों को सहजता से निभाता था। पिता के देहांत के बाद परिवार का पूरा भार उसपर आ गया था। हालांकि उसने परिवार के किसी भी सदस्य को पिता की कमी महसूस होने नहीं दिया। छोटे भाई कल्याण सांतरा को भी वह हमेशा प्रोत्साहित करता रहता था। ड्यूटी पर रहने के बावजूद फोन पर समस्त परिवार की जानकारी रखता था। आज उसकी हर बातें याद आती हैं, इतना कहकर उनकी आंखें भर आईं।
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पिताजी के निधन के बाद पूरे परिवार को संभाला : भाई
बबलू सांतरा के भाई कल्याण सांतरा कहते हैं कि पुलवामा घटना को एक साल होने का आया। वैसे तो उनकी हर पल याद आती है, लेकिन इस एक साल के दरम्यान हर इक त्यौहार में उनकी यादें हमें रुला गई। पिताजी के निधन के बाद उन्होंने पूरे परिवार को ना केवल संभाला, बल्कि मजबूती प्रदान की। उनके खाली स्थान को हम कभी भी भर नहीं पाएंगे।
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जिन जवानों ने देश के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर किया है, उनके परिवारों को समाज व देश हमेशा याद रखे। यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
-कल्याण सांतरा, शहीद के भाई।
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देश व समाज में शांति रहे। हिंसा या युद्ध से किसी का कुछ भी भला नहीं होने वाला। हमें शांति स्थापित करने पर जोर देना होगा।
-मीता सांतरा, शहीद की पत्नी