जान पर खेल 'जलसाथी' ने बचाई वृद्ध यात्री की जान
- जेटी घाट पर खड़े वृद्ध ने अचानक लगाई गंगा में छलांग - दो माह से वेतन नहीं मिलने से मानसिक अ
- जेटी घाट पर खड़े वृद्ध ने अचानक लगाई गंगा में छलांग
- दो माह से वेतन नहीं मिलने से मानसिक अवसाद में था वृद्ध
जागरण संवाददाता, हावड़ा : अपनी जान पर खेलकर एक वृद्ध यात्री की जान बचाने का एक मामला सामने आया है। जेटी घाट से एक वृद्ध ने गंगा में कूदकर खुदकशी करने की कोशिश की। लेकिन जलसाथी योजना के तहत कार्यरत युवक की तत्परता से उसकी जान बच गई। गुरुवार की शाम को हावड़ा के एक नंबर जेटी घाट पर उक्त घटना घटी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जेटी घाट पर जलसाथी योजना के तहत कार्यरत मनोतोष चौधरी ड्यूटी पर तैनात था। इस दौरान उसने देखा कि आर्मेनियम घाट गामी एक लंच के रवाना होने के ठीक बाद वहां खड़ा एक वृद्ध ने गंगा में छलांग लगा दी। यह देख मनोतोष बिना देर किए वृद्ध को बचाने के लिए तत्काल गंगा में कूद गया। काफी कोशिश के बाद वृद्ध को गंगा से बाहर निकाल लिया गया। हालांकि इस बीच वह खुद जेटी और एक लंच के बीच फंस गया। यह देख सहयोगियों ने मनोतोष की मदद की और गंगा में कूदकर उसे निकाला गया। इधर सूचना पाकर मौके पर पहुंची गोलाबाड़ी थाने की पुलिस ने वृद्ध को अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि वह हुगली जिले के उत्तरपाड़ा का रहना वाला है। बीते दो माह से वेतन नहीं मिलने के कारण वह मानसिक रूप से तनाव में था। यही कारण है कि उसने गंगा में कूद खुदकशी करने की कोशिश की। मनोतोष की इस बहादुरी पर उसे खूब सराहना मिल रही है।