बंद जूट मिल में ट्रकों को प्रवेश से रोका, ट्रक चालकों ने किया सड़क जाम
- नौ दिसंबर से बंद है हावड़ा जूट मिल - मिल खोलने की मांग पर गेट के समक्ष विरोध पर हैं श्रमिक
- नौ दिसंबर से बंद है हावड़ा जूट मिल
- मिल खोलने की मांग पर गेट के समक्ष विरोध पर हैं श्रमिक
- ट्रकों को मिल में प्रवेश करने से रोका, पथावरोध पर उतरे ट्रक चालक
जागरण संवाददाता, हावड़ा : लगभग दो मह से हावड़ा जूट मिल बंद है। मिल के बंद होने के कारण हजारों श्रमिकों के समक्ष बेरोजगारी की समस्या आन पड़ी है। हालांकि मिल को जल्द खोले जाने की मांग पर 9 फरवरी से श्रमिक मिल के गेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन पर हैं। सोमवार की सुबह भी मिल के गेट के समाने श्रमिकों का विरोध जारी था। इस बीच मिल परिसर के गोदाम (मिल प्रबंधन ने गोदाम को किराए पर लगा रखा है) में माल लेकर आने जाने वाले ट्रकों को भी मिल के गेट के सामने श्रमिकों ने रोक दिया। वे लोग यह कहने लगे कि जबतक मिल खोला नहीं जाता मिल में किसी भी ट्रक को प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा।
इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। आरोप है कि इस विषय को लेकर मिल के श्रमिक और ट्रक चालक व गोदाम के ठेकेदारों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी। ट्रकों मिल के अंदर जाने से रोकने के खिलाफ मिल परिसर स्थित गोदाम के ठेकेदार व ट्रक चालक फोरशर रोड पर पथावरोध पर उतर आए। इससे उक्त सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी प्रयास के बाद सड़क पर विरोध जता रहे ट्रक चालक व गोदाम के ठेकेदारों को वहां से हटाया। इसे लेकर इलाके में घंटों गहमागहमी का माहौल व्याप्त रहा।
प्रदर्शनरत श्रमिकों का कहना है कि बीते नौ दिसंबर से जूट मिल में ताला लगा है। मिल बंद होने के कारण श्रमिकों वित्तीय परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बार-बार मिल प्रबंधन, प्रशासन समेत अन्य पक्षों से गुहार लगाने के बावजूद भी मिल खोलने को लेकर किसी की ओर से भी किसी भी प्रकार की कोई सक्रियता नहीं दिखाई गई है। इधर लगातार मिल बंद होने के कारण श्रमिकों में परिवार के भरण-पोषण को लेकर चिंता की स्थिति है।