कैंसर पीडि़ता को जंजीरों से बांध इलाज के लिए चिकित्सक खोजता रहा पिता
मानसिक रूप से विक्षिप्त है कैंसर पीडि़ता एनआरएस में चल रहा इलाज-अस्पताल के चक्कर लगाने के बाद भी नहीं हुआ इलाज
कोलकाता, जागरण संवाददाता। कोलकाता महानगर के सियालदह स्थित एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक अमानवीय तस्वीर देखने को मिली है। जहां इलाज कराने पहुंची एक कैंसर पीडि़त मरीज को उसके परिजनों द्वारा जंजीर में बांधना पड़ा।
दरअसल, राज्य के पूर्व मेदिनीपुर जिले के सुदुर महिषादल से एक परिवार अपनी बेटी को लेकर इलाज के लिए एनआरएस अस्पताल आया था। आरोप है कि अस्पताल के चार विभागों ने मरीज को लौटा दिया। इसके बाद मरीज के स्वजनों ने उसे अस्पताल परिसर में ही एक जंजीर से बांध दिया।
मरीज के पिता ने बताया कि उनकी बेटी कई महीनों से ब्लड कैंसर से पीडि़त है। उसका इलाज एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में ही चल रहा है। हर बार इलाज के लिए उन्हें कोलकाता आना पड़ता है। बेटी की केमोथैरपी भी शुरू हुई है। स्वजनों का दावा है कि कई बार केमोथैरपी होने की वजह से मरीज की मानसिक स्थिति खराब हो गई है। वह भागने की कोशिश करती है। इस लिए उसे जंजीर से बांध कर रखना पड़ता है।
उन्होंने आगे बताया कि मरीज की मानसिक स्थिति खराब होते देख उसे फिर से इलाज के लिए एनआरएस अस्पताल में भर्ती कराने के लिए लाया गया था। लेकिन अस्पताल के कुल चारों विभागों ने उन्हें लौटा दिया। इसके बाद अस्पताल के मेडिसिन, हेमाटोलॉजी, रेडियोलॉजी और साइकियाट्री विभाग का चक्कर लगाते-लगाते समय बीत गया।
मरीज के पिता ने कहा कि एक के बाद एक विभाग का चक्कर लगाते-लगाते बेटी परेशान हो गई और घर जाने की जिद करने लगी। इसके बाद उसे अस्पताल परिसर में ही उसे जंजीरों से बांधकर ताला लगा दिया। अस्पताल परिसर में इस प्रकार की अमानवीय तस्वीर देख कई सवाल खड़े करती है।