Indian Navy Day: नौसेना के अधिकारी ने कहा, हिंद महासागर में चीनी पोतों से बढ़ी जासूसी
हिंद महासागर में कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं जिससे नौसेना को वहां की गतिविधियों को नजर रखने में मदद मिलती है। इसमें बंगाल की खाड़ी भी शामिल है।
कोलकाता, जेएनएन। बंगाल एरिया के नौसेना के ऑफिसर इंचार्ज कमोडोर सुप्रभो ने मंगलवार को नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर कहा कि बीते कुछ वर्षो से चीन के नौसैनिक पोतों द्वारा हिंद महासागर में जासूसी की घटनाएं बढ़ी हैं। हालांकि, भारतीय नौसेना इस तरह की गतिविधियों पर पैनी नजर रख रही है।
संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हिंद महासागर में कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं, जिससे नौसेना को वहां की गतिविधियों को नजर रखने में मदद मिलती है। इसमें बंगाल की खाड़ी भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक पी-81 समुद्री गश्ती विमान से हम हिंद महासागर में किसी प्रकार की गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं। भारत के पास वर्तमान में लंबी रेंज के पी- 81 समुद्री गश्ती विमान हैं और नौसेना ने इस विमान के निर्माता बोइंग से इस प्रकार के चार और विमान के लिए ऑर्डर दिया है।
नौसेना अधिकारी ने कहा कि भारतीय नौसैनिक बेड़े में इजाफा ऐसे समय में किया जा रहा है, जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) हिंद महासागर में अपनी गतिविधियां बढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि 2021 तक भारत के पास 198 पोत होंगे जिनमें से 131 पोत अलग-अलग प्रकार के होंगे। नौसेना समुद्र व तटीय इलाकों में तस्करी तथा देश-विरोधी गतिविधियों की निगरानी के लिए बीएसएफ, तटरक्षक बल और राज्य पुलिस के साथ समन्वय करती है। उन्होंने आश्र्वस्त किया कि नौसेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हमेशा तैयार है।