पर्यावरण सुरक्षा को ई-बस व ई-फेरी सेवा पर जोर
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण सुरक्षा और वायु प्रदूषण कम करने के लिए सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें और गंगा नदी पर इलेक्ट्रिक फेरी सेवा को परिवहन का मुख्य जरिया बनाने में जुटी हुई है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण सुरक्षा और वायु प्रदूषण कम करने के लिए सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें और गंगा नदी पर इलेक्ट्रिक फेरी सेवा को परिवहन का मुख्य जरिया बनाने में जुटी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाली की रक्षा के लिए प्रदूषण खत्म करने वाले रसायन युक्त पानी का छिड़काव विभिन्न सड़कों पर करने के अभियान की शुरुआत की गई है।
ममता ने ट्वीटर पर लिखा-आज राष्ट्रीय प्रदूषण रोकथाम दिवस है। इस मौके पर हम सभी को हरियाली बचाने का प्रण लेना चाहिए। हमारी सरकार कोलकाता की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों और गंगा नदी पर इलेक्ट्रिक फेरी सेवा को परिवहन का मुख्य जरिया बनाने में जुटी हुई है ताकि वायु प्रदूषण को कम किया जा सके। इसके अलावा हम लोगों ने प्रदूषण खत्म करने वाले रसायन युक्त पानी का छिड़काव विभिन्न सड़कों पर करने के अभियान की शुरुआत की है।
उधर, परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल परिवहन निगम ने हाल में महानगर को उपनगरीय इलाके से जोड़ने के लिए ई-बसों को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि विभाग की योजना 2030 तक 5,000 ई-बसें चलाने की है। ये बसें प्रति वर्ष 7,82,560 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने में मदद करेंगी। गौरतलब है कि 1984 के भोपाल गैस त्रासदी में जान गंवाने वालों की याद में प्रति वर्ष 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण निवारण दिवस मनाया जाता है।