घोष के खिलाफ एफआइआर दर्ज करनी चाहिए : सलीम
जागरण संवाददाता कोलकाता एनआरसी पर राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस व भाजपा पर निशान
जागरण संवाददाता, कोलकाता : एनआरसी पर राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस व भाजपा पर निशाना साधते हुए माकपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद मो. सलीम ने कहा कि अगर हकीकत में राज्य की मुख्यमंत्री एनआरसी के खिलाफ हैं तो उन्हें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ एफआइआर दर्ज करनी चाहिए। लेकिन ममता ऐसा नहीं करेंगी, क्योंकि भाजपा और तृणमूल के बीच इस मसले पर अंदर खाने सांठगांठ है और केवल आम लोगों को बेवकूफ बनाने को मुख्यमंत्री भाजपा के खिलाफ बोलती हैं। दरअसल, घटकपुकुर में एक सभा को संबोधित करने के दौरान वरिष्ठ माकपा नेता मो. सलीम ने उक्त बातें कही। हालांकि, राज्य में एनआरसी के कार्यान्वयन को भाजपा ने कड़ा रुख अख्तियार किया है और इस बीच पार्टी के नेता दावा कर रहे हैं कि जल्द ही इसे यहां लागू कर घुसपैठियों को बाहर किया जाएगा तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री व तृणमूल के अन्य नेता इसका पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं। लेकिन माकपा नेता ने दावा किया उक्त मसले पर ममता और मोदी के बीच पहले ही सांठगांठ हो गई है। ऐसे में ये दोनों दल वोट बैंक की सियासत को लोगों को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं। वहीं उन्होंने ने लोगों से अपील की, कि वे जाति, पंथ और धर्म को भूल एकजुट होकर इन दोनों दलों को मतदान के जरिए जवाब दे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सबसे अधिक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने विवादित बयान दे लोगों को डराने की कोशिश की है, लेकिन अब सियासी लाभ को भाजपा यू-टर्न मूड में है। इधर, मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि अगर ममता सच में राज्य में एनआरसी का विरोध कर रही हैं तो उन्हें सबसे पहले दिलीप घोष के खिलाफ एफआइआर दर्ज करनी चाहिए। क्योंकि दिलीप घोष के बयानों से आतंकित हो राज्य में लोगों ने खुदकशी की है। लेकिन वे ऐसा नहीं करेंगी, क्योंकि वे खुद फर्श पर हैं और अपनी जान बचाने की कोशिश कर रही हैं।