भारतीय मानवाधिकार संरक्षण संघ के अभियान को पुलिस ने रोका
जागरण संवाददाता हावड़ा बीते शुक्रवार को वामपंथी विचारधारा के छात्र संगठनों के राज्य सचिवालय
जागरण संवाददाता, हावड़ा : बीते शुक्रवार को वामपंथी विचारधारा के छात्र संगठनों के राज्य सचिवालय नवान्न अभियान के दौरान हावड़ा मैदान का बंगवासी इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया था। अभियान में शामिल छात्रों ने पुलिस पर पथराव किया था। आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन मशीन से पानी की बौछार, आसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज भी करनी पड़ी थी। इस अभियान के दौरान हुई हिंसा से सबक लेते हुए गुरुवार को भारतीय मानवाधिकार संरक्षण संघ (भामासंसं) के गुरुवार को नवान्न अभियान के आह्वान को देखते हुए पुलिस की ओर से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। रैफ, कॉम्बैट फोर्स, रोबोकैप व वाटर कैनन मशीन की तैनाती इस दिन की गई थी।
बता दें कि अस्थाई तौर पर नियुक्त कंप्यूटर शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने के विरुद्ध गुरुवार को भामासंसं की ओर से नवान्न अभियान के तहत एक रैली निकाली गई थी। बताया गया था कि रैली में 1,400 शिक्षक शामिल होंगे। हालांकि इस दिन निकली रैली में महज 50-60 लोग ही शामिल रहे। ये लोग रैली की शक्ल में हावड़ा मैदान के बंगवासी के निकट मेट्रो चैनल के पास पहुंचे। जैसे ही रैली वहां पहुंची पहले से मौजूद पुलिस ने उन्हें मौके पर ही रोक दिया। नारेबाजी करने के आरोप में पुलिस ने चार युवकों को हिरासत में ले लिया। तत्पश्चात रैली को मौके से ही वापस लौटा दिया गया। पुलिस की पुख्ता व्यवस्था व रैली में भीड़ कम होने के कारण गुरुवार का नवान्न अभियान फीका रहा।
उल्लेखनीय है कि साल 2017 में डिजिटल इंडिया योजना के तहत 1,400 शिक्षकों को अस्थाई तौर पर नियुक्त किया गया था। मासिक 6 व 8 हजार वेतन पर उक्त नियुक्ति की गई थी। आरोप है कि बीते कुछ माह से इस योजना के तहत नियुक्त शिक्षकों को वेतन नहीं मिल रहा है। इसके खिलाफ गुरुवार को नवान्न अभियान के तहत रैली निकाली गई। भामासंसं की योजना नवान्न में पहुंच ज्ञापन सौंपने की थी। हालांकि रैली में लोगों की कम संख्या व पुलिस के सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के कारण अभियान को नवान्न पहुंचने से पहले बीच में ही रोक दिया गया।