दुर्गा पूजा समितियों को इस साल नहीं भेजा कोई नोटिस: आयकर
- कहा इस साल किसी भी पूजा कमेटी को नोटिस नहीं भेजा मीडिया में चल रही खबरों का किया खंडन
- कहा, इस साल किसी भी पूजा कमेटी को नोटिस नहीं भेजा, मीडिया में चल रही खबरों का किया खंडन
-तृणमूल ने आइटी नोटिस के खिलाफ शुरू किया धरना प्रदर्शन
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा कमेटियों को आयकर विभाग की ओर से नोटिस भेजे जाने के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को कोलकाता में आठ घंटे तक धरना दिया। दूसरी ओर, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने आयकर विभाग की ओर से कोलकाता की दुर्गा पूजा कमेटियों को नोटिस भेजे जाने की खबरों का खंडन किया है। सीबीडीटी ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि उसने इस साल कोलकाता की किसी भी दुर्गा पूजा कमेटी को नोटिस नहीं भेजा है।
बयान में कहा गया है कि आयकर विभाग को पिछले साल दिसंबर में सूचना मिली थी कि दुर्गा पूजा कमेटियों के साथ काम करने वाले 30 ठेकेदारों और इवेंट मैनेजरों ने करों का भुगतान नहीं किया था। इस पर आयकर विभाग ने दिसंबर 2018 में पूजा समितियों को नोटिस जारी करके ठेकेदारों को किए गए भुगतान पर काटे गए टीडीएस की जानकारी मागी थी। यह पूरी प्रक्रिया विभाग की टीडीएस विंग ने अपनाई थी। इसका मकसद ठेकेदारों और इवेंट मैनेजरों को समय से बकाया करों का भुगतान करने के बारे में सूचित करना था। सीबीडीटी के अनुसार, कई कमेटियों ने यह जानकारी दी है कि उन्होंने नियमानुसार टीडीएस की कटौती की है और उस धन को सरकारी खाते में जमा करा दिया है।
सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा है कि कुछ दुर्गा पूजा कमेटियों ने टीडीएस के प्रावधान जानने के लिए एक विशेष शैक्षणिक सेशन आयोजित करने की माग की थी। कमेटियों की माग पर आयकर विभाग ने 16 जुलाई को कार्यक्रम आयोजित कर टीडीएस के प्रति जागरूक किया था। इस विशेष सेशन में 8 समितियों के सदस्यों ने हिस्सा लिया था। आयकर विभाग ने कहा कि यह प्रक्रिया किसी भी तरह से दुर्गा पूजा कमेटियों के खिलाफ नहीं है। साथ ही विभाग चाहता है कि सभी ठेकेदार और इवेंट मैनेजर अपने सभी बकाया टैक्स समय पर जमा कर दें।