प्रतिदिन 150 टन उत्पादन न हुआ तो बंद कर दी जाएगी खदान
कोलियरी को चलाने के लिए यहां के श्रमिकों को प्रतिदिन कम से कम 150 टन कोयला का उत्पादन करना होगा, अन्यथा कंपनी को इसे बंद कर देना होगा।
जामुडि़या,जेएनएन। ईसीएल के केन्दा एरिया अंतर्गत न्यू केन्दा कोलियरी 4 नंबर पिट का गुरुवार को केन्दा एरिया महाप्रबंधक संजय कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान महाप्रबंधक ने न्यू केन्दा ओसीपी का भी दौरा कर चल रहे कार्य का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान न्यू केन्दा कोलियरी एजेंट यूएस चौबे, मैनेजर इन्द्रनाथ चटर्जी, सर्वेयर विश्वनाथ गोप आदि मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक संजय कुमार ने कहाकि न्यू केन्दा कोलियरी 4 नंबर पिट को चलाने मे ईसीएल को काफी नुकसान है।प्रति टन कोयला उत्पादन करने मे कंपनी को 28 हजार रुपये का नुकसान होता है। इसके अलावा कोल इंडिया की बंद होने वाली कोलियरियों की सूची में भी न्यू केन्दा कोलियरी शामिल है।
उन्होने कहा कि कोलियरी को चलाने के लिए यहां के श्रमिकों को प्रतिदिन कम से कम 150 टन कोयला का उत्पादन करना होगा, अन्यथा कंपनी को इसे बंद कर देना होगा। इसके अलावा जो भी श्रमिक किसी दूसरी जगह जाना चाहता है उसे स्थानांतरित कर दिया जाएगा। उन्होने कहाकि केन्दा एरिया 600 करोड के नुकसान में चल रहा है। न्यू केन्दा ओसीपी से कोयला उत्पादन शुरू हो जाने से जल्द ही नुकसान की भरपाई कर केन्दा एरिया मुनाफा में आ जाएगी।
उन्होने कहा कि स्थानीय केन्दा गांव के लोगों के सहयोग से न्यू केन्दा ओसीपी में सूचारू ढंग से काम चल रहा है तथा जल्द ही यहां से कोयला उत्पादन शुरू हो जाएगा। विदित हो कि न्यूकेन्दा कोलियरी को एक साल बाद 9 जुलाई को चालू कर उत्पादन कार्य शुरु किया गया। करीब एक साल डीजीएमएस के निर्देश पर इस खदान को बंद कर दिया गया था।