बंगाल में भाजपा के सात बड़े नेताओं के खिलाफ 138 मामले, जांच को कलकत्ता उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर
ज्यादती- भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन ने कहा बंगाल पुलिस ने झूठे मामलों में फंसाया। अन्य एजेंसी से जांच कराने की मांग को लेकर भाजपा ने हाईकोर्ट में दायर की जनहित याचिका। बंगाल में उसकी लगातार स्थिति मजबूत होती जा रही है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में भाजपा के सात बड़े नेताओं के खिलाफ कुल 138 मामले दर्ज हुए हैं। तमाम मामलों की किसी दूसरे राज्य की अथवा राष्ट्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग को लेकर पार्टी की ओर से कलकत्ता उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई है। भाजपा का कहना है कि उनके नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया गया है।
झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर फंसाया
बंगाल के प्रभारी तथा भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन ने कहा कि बंगाल की ममता सरकार ने भाजपा के सात नेताओं कैलाश विजयवर्गीय, मुकुल रॉय, दिलीप घोष, बाबुल सुप्रियो, अर्जुन सिंह, पवन सिंह और सौरव सिंह पर कुल 138 मामले दर्ज किए हैं। उनके नेताओं पर बंगाल पुलिस ने झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर फंसाया है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय में जनहित याचिका
इसके मद्देनजर तमाम मामलों की किसी दूसरे राज्य की अथवा राष्ट्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय सचिव की ओर से कलकत्ता उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई है। अरविंद मेनन ने आगे आरोप लगाया कि बंगाल में भाजपा मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी है तथा उसकी लगातार स्थिति मजबूत होती जा रही है।
नेताओं को झूठे मामलों में फंसा रही सत्ताधारी
जैसे-जैसे राज्य में भाजपा का वोट और समर्थन बढ़ रहा है, वैसे वैसे राज्य की सत्ताधारी पार्टी बंगाल में भाजपा को रोकने के लिए उनके नेताओं को झूठे मामलों में फंसा रही है। बताते चलें कि सात नेताओं में से कोई भी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में खड़ा होना चाहता है तथा उनके नाम पर विभिन्न लंबित मामले हैं, तो भाजपा को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।