उदारता के साथ करें मातृभाषा से प्रेम
जेएनएन, खड़गपुर : कट्टरता व दुराग्रह भाषा के मामले में भी उतनी ही गलत है जितना दूसरे मामलों में। अन्य
जेएनएन, खड़गपुर : कट्टरता व दुराग्रह भाषा के मामले में भी उतनी ही गलत है जितना दूसरे मामलों में। अन्य भाषाओं के प्रति उदारता का भाव रखते हुए भी हम अपनी मातृभाषा से प्रेम कर सकते हैं। भाषा दिवस शहीद दिवस पर गुरुवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत रेलनगरी खड़गपुर समेत समूचे जंगल में भाषा प्रेमियों के बीच कुछ ऐसा ही आह्वान विद्वानों ने किया। विद्यार्थियों समेत समाज के हर वर्ग के लोगों ने इस अवसर पर मातृभाषा के प्रति अपने समर्पण और संकल्पों को पूरी गहराई से दोहराया।
पश्चिम मेदिनीपुर जिला सूचना व संस्कृति विभाग का भाषा शहीद समारोह शालबनी के भादुतला स्थित विवेकानंद हाईस्कूल प्रांगण में आयोजित हुआ। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में सूचना व संस्कृति अधिकारी अनन्या मजूमदार, समाजसेवी रोशन आरा खान, प्रधानाध्यापक अजीतेश गांगुली आदि उपस्थित रहे। पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत हल्दिया में नपाध्यक्ष श्यामल आदक के नेतृत्व में मातृभाषा से प्रेम की अपील के साथ प्रभात फेरी निकाली गई। रेलनगरी खड़गपुर के विद्यासागर आवासन में खड़गपुर पुस्तक मेला कमेटी के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पालित हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर दक्षिण दमदम नगरपालिका के अध्यक्ष पांचू राय उपस्थित थे, जबकि खड़गपुर के पूर्व नपाध्यक्ष रविशंकर पांडेय, खड़गपुर पुस्तक मेला कमेटी के अध्यक्ष नंद दुलाल रायचौधरी, सचिव देवाशीष चौधरी समेत बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मातृभाषा के लिए बांग्लादेश में चले ¨हसक आंदोलन को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 21 फरवरी, 1952 को ढाका में तत्कालीन पाकिस्तानी पुलिस द्वारा चलाई गई गोलियों से बड़ी संख्या में मातृ भाषाप्रेमियों की जानें गई थी। बेशक हमें चंद नाम ही याद है। इस घटना के बाद दुनिया ने मातृभाषा दिवस के महत्व को समझा और माना। उन्होंने कहा कि दूसरे मामलों की तरह भाषा के क्षेत्र में भी कट्टरता का कतई समर्थन नहीं किया जा सकता। लेकिन हर मनुष्य को अपनी मातृभाषा से प्रेम करना ही चाहिए।