भाई-बहन संग मौसी घर से वापस आए भगवान जगन्नाथ
आठ दिन तक अपनी गुंडिचा मौसी के घर निवास के बाद भाई बलभद्र व ब
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : आठ दिन तक अपनी गुंडिचा मौसी के घर निवास के बाद भाई बलभद्र व बहन देवी सुभद्रा के साथ भगवान जगन्नाथ रविवार को वापस अपने घर आ गए। बहुड़ा रथयात्रा की डोर खींच कर हजारों भक्तों ने भगवान को वापस उनके घर लाए।
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर के वार्ड-18 के नई खोली स्थित श्रीजगन्नाथ मंदिर से बहुड़ा रथयात्रा निकाली गई। तीन रथों को भक्त खींचते हुए नीमपुरा स्थित बजरंग चौक तक ले गए। इसके बाद नीमपुरा से रथों को वापस मंदिर लेकर आया गया। रथयात्रा में शामिल लोगों ने सड़क पर कीर्तन करते हुए नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं मार्ग में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने रथ पर सवार भगवान की भव्य प्रतिमाओं का दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया। बहुड़ा रथयात्रा के मार्ग पर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया गया था। रथयात्रा के दौरान नीमपुरा रोड पर दर्जनों की संख्या में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई तथा भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके अलावा सुभाषपल्ली में स्थित गौड़िया मठ की बहुड़ा रथयात्रा छत्तीसपाड़ा से निकाली गई, वहीं म¨लचा के चंडीपुर में स्थित जागृति संघ की ओर से आयोजित बहुड़ा रथयात्रा में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। तालबगीचा, देवलपुर आदि जगहों पर आयोजित बहुड़ा रथयात्रा में भी काफी तादाद में लोग जुटे। मेदिनीपुर शहर में नूतन बाजार स्थित गुंडिचा मंदिर से बहुड़ा रथयात्रा निकाली गई। हजारों लोगों ने भगवान का रथ खींच वापस जगन्नाथ मंदिर में लेकर आया। दूसरी ओर पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत महिषादल में 241 वर्ष पुराने रथयात्रा महोत्सव के क्रम में भी गुंडिचा मंदिर से बहुड़ा रथयात्रा निकाली गई। जिसमें हजारों की संख्या में लोग उमड़े। इसके अलावा सूताहाटा, हल्दिया टाउनशिप, कांथी समेत जिले के विभिन्न जगहों पर आयोजित बहुड़ा रथयात्रा को लेकर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। रथयात्रा को लेकर विभिन्न मंदिरों समक्ष आयोजित रथमेले में भी बहुड़ा रथयात्रा की शाम को हजारों लोग जुटे।