नेताओं पर और कसेगा टीएमसी का शिकंजा
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर समेत जंगल महल में भाजपा को रोकने के लिए टीएमसी नेतृत्व ने
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर समेत जंगल महल में भाजपा को रोकने के लिए टीएमसी नेतृत्व ने दलीय नेताओं पर शिकंजा और कसने की तैयारी कर रही है, क्योंकि नेतृत्व का मानना है कि दंभपूर्ण आचरण और नियुक्तियों में हस्तक्षेप की प्रवृतियों के चलते लोगों में पार्टी नेताओं के प्रति नाराजगी पैदा हुई। पंचायत चुनाव में इसी का लाभ भाजपा को मिला।
पिछले महीने हुए पंचायत चुनाव में टीएमसी के परंपरागत दुर्ग तो अक्षुण्ण रहे, लेकिन जंगल महल में भाजपा कमल खिलाने में काफी हद तक सफल रही। इसके वोट बैंक में तकरीबन 25 फीसद की बढ़ोतरी टीएमसी पचा नहीं पा रहे हैं। भाजपा की झाड़ग्राम जिला समिति के अध्यक्ष सुखमय सप्तथी ने इसे जंगल महल में भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता का परिणाम बताया, लेकिन पिछले हुई कुछ बैठकों में टीएमसी नेतृत्व ने स्पष्ट किया कि कि सांगठनिक ²ष्टि से दुर्बल होने के बावजूद भाजपा को टीएमसी की कुछ कमियों का लाभ मिला। नेताओं के दंभपूर्ण आचरण के साथ ही प्रशासनिक कार्यों खास तौर से नियुक्ति आदि में दखलंदाजी से नाराज होकर ही जनता ने हमारे खिलाफ में मतदान किया। जिसका लाभ भाजपा को मिल गया। लिहाजा टीएमसी नेताओं पर नेतृत्व की लगाम और मजबूत होने की उम्मीद है। टीएमसी की पश्चिम मेदिनीपुर और झाड़ग्राम इकाई के जिलाध्यक्ष अजीत माईती ने कहा कि हम गलतियों से सीख कर आगे का रास्ता तय करेंगे।