जंगल महल में श्रद्धापूर्वक हुई विद्यादायिनी की आराधना
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत रेलनगरी खड़गपुर समेत समूचे जंगल महल में विद्यादा
जेएनएन, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत रेलनगरी खड़गपुर समेत समूचे जंगल महल में विद्यादायिनी मां सरस्वती की पूजा बुधवार को श्रद्धापूर्वक हुई। मौसम के बदले तेवर से छात्र व शिक्षक समाज में कुछ मायूसी तो दिखी लेकिन पूजा को लेकर उनका उत्साह कम नहीं हुआ।
बता दें कि जंगल महल के विभिन्न भागों में मां सरस्वती की पूजा की तैयारियां कई दिन पहले से शुरू हो गई थी, जो मंगलवार को चरम पर रही। इस बीच मौसम विभाग की ओर से बारिश की घोषणा से आयोजकों को चिता तो हुई लेकिन उन्होंने कड़ाके की ठंड में इतनी तेज बारिश की उम्मीद नहीं की थी। देर रात तक आयोजन की तैयारियों में जुटे छात्र और आयोजक सुबह उठने की कोशिश कर ही रहे थे कि बादलों की कड़कड़ाहट के साथ जोरदार बारिश शुरू हो गई। इससे पहले कि कोई अंदाजा लगा पाता कि हर तरफ जुलाई-अगस्त वाला नजारा नजर आने लगा। सड़कें बारिश में भीग गईं और कहीं-कहीं पानी भी भर गया। इसके बावजूद छात्र अपने-अपने स्कूलों को दौड़े और विघ्न के बीच ही पूजा संपन्न की। खड़गपुर शहर के विभिन्न भागों में स्थित स्कूलों में पूरे दिन विद्र्याथियों की धमा-चौकड़ी मची रही। शिक्षकों ने बताया कि महाभोग व अन्य कार्यक्रम गुरुवार को आयोजित होंगे। जिला मुख्यालय मेदिनीपुर में बारिश के चलते कई पंडाल क्षतिर्ग्सत हुए। लिहाजा आयोजकों को देर तक इनकी मरम्मत में जुटे रहना पड़ा। इसके चलते आयोजन में सामान्य समस्या तो हुई, लेकिन सारे कार्यक्रम पूर्व निर्धारित तरीके से हुए। आयोजकों की ओर से अगले कुछ दिनों तक कार्यक्रम की घोषणा की गई। जिसमें भोग वितरण से लेकर रंगारंग व सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल रहे। पड़ोसी जनपद पूर्व मेदिनीपुर और झाड़ग्राम के स्कूल-कॉलेज में भी सरस्वती पूजा विधि-विधान से संपन्न हुई। कई जगह सार्वजनिक पूजा पंडाल भी बनाए गए थे, जिनमें अधिकांश थीम आधारित थे। इसके माध्यम से कोई न कोई सामाजिक संदेश देने की कोशिश की गई। जिसमें स्वच्छता, पर्यावरण और स्वास्थ्य प्रमुख रहे। हाल की कुछ चर्चित घटनाओं को भी आयोजनों में रेखांकित करने की कोशिश की गई थी।