जंगल महल में बढ़ सकती है राजनीतिक खींचतान
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत राजनीतिक हलकों में सियासी रस्साकसी
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत राजनीतिक हलकों में सियासी रस्साकसी तेज होने के आसार नजर आ रहे हैं। इसे देखते हुए जंगल महल में राजनीतिक खींचतान और बढ़ने की संभावना जताई जाने लगी है।
विगत मई में संपन्न संसदीय चुनाव में जंगल महल की पांचों सीटें मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, बांकुड़ा, विष्णुपुर और पुरुलिया भाजपा के खाते में गई थी। चुनाव परिणाम से शासक दल टीएमसी सकते में रही। हालांकि शुरुआती द्वंद्व के बाद दलीय नेताओं को डैमेज कंट्रोल की उम्मीद जगने लगी। हाल में पार्टी की ओर से जंगल महल में सक्रियता बढ़ाई गई, जिससे अगले कुछ महीने के भीतर संभावित खड़गपुर सदर विधानसभा उपचुनाव के साथ ही अगले साल होने वाले पालिका चुनाव में भी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई जा सके। इसे देखते हुए विरोधी दल भाजपा की ओर से भी सक्रियता के मौके तलाशे जाने लगे हैं। जिसके मद्देनजर जंगल महल में सियासी टकराव का नया दौर शुरू होने की संभावनाएं जताई जाने लगी है। टीएमसी जिलाध्यक्ष अजीत माईती ने कहा कि पार्टी गतिविधियां पूरे साल चलती रहती है। किसी खास मकसद से ऐसा नहीं होता, वहीं जिला भाजपा अध्यक्ष समित दास ने मेदिनीपुर समेत जंगल महल में पार्टी की जड़ों को बेहद मजबूत बताया।