इस्तीफा देने वाले चिकित्सकों की संख्या 26 तक पहुंची
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में विगत मंगलवार से
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में विगत मंगलवार से कायम अराजकता रविवार तक खत्म तो नहीं हुई अलबत्ता इसके आसार नजर आने लगे। एक ओर जहां संस्थान से इस्तीफा देने वाले चिकित्सकों की संख्या रविवार तक 26 हो गई थी, वहीं पूरे दिन किसी भी पक्ष से किसी प्रकार का आंदोलन कैंपस में नजर नहीं आया। हालांकि आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों ने शहर के रिग रोड में जुलूस निकाल कर अपनी मांगों को लेकर प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराने का प्रयास किया।
बता दें कि संस्थान परिसर में कायम अराजकता शनिवार को उस समय चरम पर जा पहुंची थी, जब एक परिवार ने आरोप लगाया कि नवजात की मौत चिकित्सकों की लापरवाही की वजह से हुई है। इसके बाद अस्पताल के शिशु विभाग के ही 10 चिकित्सकों ने इस्तीफा दे दिया था। रविवार सुबह तक इस्तीफा देने वाले चिकित्सकों की संख्या 26 हो गई थी। हालांकि चिकित्सकों के समूह से शिशु विशेषज्ञ डॉ. दिव्य ज्योति दे ने कहा कि अस्पतालों में कायम अराजकता के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है। इसका शनिवार की घटना से कोई संबंध नहीं है। अस्पताल के प्राचार्य डॉ. पंचानन कुंडू ने कहा कि केवल किसी के इस्तीफे दे देने से इस्तीफा नहीं हो जाता। उनका काम इसे स्वास्थ्य महकमे को अग्रसारित करना है। अंतिम फैसला महकमा ही करेगा। शनिवार की शाम अस्पताल कैंपस में चिकित्सकों ने जुलूस निकाला, लेकिन रविवार को पूरे दिन किसी प्रकार का आंदोलन कैंपस में नजर नहीं आया। आंदोलनरत चिकित्सकों की ओर से कहा गया कि मसले के हल के लिए वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक करने को तैयार हैं। लेकिन इसमें सभी मेडिकल कॉलेज के प्रतिनिधियों को शामिल करना होगा। बैठक बंद कमरे में नहीं बल्कि मीडिया की मौजूदगी में कैमरे के सामने होगी। हालांकि आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों ने शहर के रिग रोड में जुलूस निकाल कर अपनी मांगों को लेकर प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराने का प्रयास किया, लेकिन इसके अलावा किसी भी पक्ष की ओर से किसी भी प्रकार की गतिविधि ठप रही, जिससे चिकित्सकों आंदोलन खत्म होने के आसार नजर आने लगे। सोमवार तक मसले का कोई न कोई हल निकलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
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