जल सीमा की सुरक्षा का जायजा लेगा भारतीय तटरक्षक बल
चंचल प्रधान, हल्दिया : हल्दिया स्थित भारतीय तटरक्षक बल पूर्वोत्तर की जल सीमाओं में सुरक्षा स्थिति का
चंचल प्रधान, हल्दिया : हल्दिया स्थित भारतीय तटरक्षक बल पूर्वोत्तर की जल सीमाओं में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेगा। इसमें विभिन्न बलों की सहायता ली जाएगी। नवंबर से संयुक्त अभियान के तहत जल सीमाओं पर मौजूद सुरक्षा व्यवस्था का नए सिरे से लेखाजोखा किया जाएगा। इस कार्य में सीआइएसएफ, बीएसएफ, इंडियन नेवी और राज्य सरकार की सहायता भी ली जाएगी। बल के डीआइजी एम.ए. वारसी के मुताबिक मुंबई हमले के बाद से ही जल सीमाओं की सुरक्षा को खास महत्व दिया जा रहा है। ताजा अभियान इसी की अगली कड़ी है।
डीआइजी वारसी ने कहा कि जिले से लगते दक्षिण चौबीस परगना जनपद के सुरक्षा की ²ष्टि से काफी महत्व है, क्योंकि यह भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय जल सीमा के नजदीक है। जिले में कुल 102 द्वीप हैं, जिनमें कुछ द्वीपों में लोगों का निवास है। जबकि कुछ द्वीप पूरी तरह से निर्जन हैं। हाल में ऐसी सूचना मिली है कि इन निर्जन द्वीपों में अज्ञात लोगों का आवागमन बढ़ा है। यह सुरक्षा की ²ष्टि से काफी संवेदनशील मसला है, क्योंकि समुद्री सीमाओं में अवैध रूप से मछली पकड़ने वाले कई गिरोह सक्रिय हैं। इसके अलावा जल दस्यु के कई संगठित गिरोह भी इस क्षेत्र में अक्सर वारदातें करने की फिराक में रहते हैं। लिहाजा तय किया गया है कि नवंबर से एक संयुक्त अभियान के तहत जल सीमाओं पर मौजूद सुरक्षा व्यवस्था का नए सिरे से लेखाजोखा किया जाए। इस कार्य में सीआइएसएफ, बीएसएफ, इंडियन नेवी और राज्य सरकार की सहायता भी ली जाएगी। लिहाजा अभियान को खासा महत्व दिया जा रहा है। यद्यपि उन्होंने अभियान की तारीखों के बाबत कुछ भी कहने से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल जल सीमाओं की सुरक्षा के साथ ही आंतरिक सुरक्षा में भी खासी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करता आया है। गंगासागर मेले से लेकर प्राकृतिक आपदा के समय भी बल के जवान सक्रिय रहते हुए लोगों को सुरक्षा प्रदान करते हैं। बल अपनी भूमिका पूरी गंभीरता से निभाता रहेगा।