नए बदलाव से नई परेशानी पैदा होने की आशंका
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत प्रशासनिक व राजनीतिक हलकों में अच्छ
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत प्रशासनिक व राजनीतिक हलकों में अच्छी मानसून की बेसब्री से प्रतीक्षा शुरू हो गई है, लेकिन इसी के साथ बदलाव से नई परेशानी पैदा होने का डर भी पंचायत राजनीति के जानकारों को सताने लगा है। इस मामले में पुराने अनुभव राजनेताओं को अभी से डराने लगे हैं।
जनपद के विभिन्न भागों के साथ ही इन दिनों जंगल महल में भी असह्य गर्मी पड़ रही है। हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ने जिले मे दस्तक दे दी है। नए जिला परिषद के गठन की कवायद में लगे राजनेताओं को यह बदलाव सुखद प्रतीत हो रहा है, लेकिन इसी के साथ उन्हें इससे पैदा होने वाली नई परेशानी का अंदेशा भी है। जिले के खड़गपुर तहसील के सबंग, ¨पगला व नारायणगढ़ जबकि समूचा घाटाल तहसील बारिश के दिनों में जल जमाव की गिरफ्त में आ जाता है। इसका कारण शिलावती, केलेघई और कपालेश्वरी नदियों से होने वाला जल प्लावन है। पिछले कुछ वर्षों में खड़गपुर तहसील के प्रभावित प्रखंडों को कुछ राहत मिली है, लेकिन मास्टर प्लान के अभाव में घाटाल तहसील में समस्या अब भी जस की तस है। पिछले साल इस तहसील में बाढ़ जैसे हालात ने लोगों को काफी प्रभावित किया था। लिहाजा मानसून के साथ ही पैदा होने वाली नई परेशानियों को लेकर भी पंचायत पदाधिकारी ¨चतित और परेशान हैं। टीएमसी जिलाध्यक्ष तथा जिला परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष अजीत माईती ने कहा कि घटनाक्रम पर पैनी नजर रखी जा रही है। परिस्थिति के अनुरूप अवश्य कदम उठाया जाएगा।