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विसर्जन के बाद बिगड़ा राजारदिघी का स्वरूप

पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के सबसे बड़े तालाब राजारदिघी म

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 07:05 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 07:05 PM (IST)
विसर्जन के बाद बिगड़ा राजारदिघी का स्वरूप
विसर्जन के बाद बिगड़ा राजारदिघी का स्वरूप

संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के सबसे बड़े तालाब राजारदिघी में बड़े पैमाने पर हुए प्रतिमा विसर्जन से तालाब का स्वरूप बिगड़ गया है। इससे फैलते प्रदूषण पर लोगों ने नाराजगी व्यक्त की है।

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बता दें कि मेदिनीपुर व आसपास की बड़ी संख्या में प्रतिमाएं राजारदिघी में विसर्जित की जाती हैं। लिहाजा इन दिनों तालाब में हर तरफ विसर्जन के अवशेष नजर आ रहे हैं। इससे प्रदूषण और सड़ांध भी फैल रही है। जिससे आसपास रहने वाले लोग बेतरह परेशान हैं। स्थानीय निवासी अनिल पात्र ने कहा कि राजारदिघी केवल तालाब ही नहीं है बल्कि यहां बड़े पैमाने पर मछली पालन भी होता है। लोग मनाही के बावजूद इसमें प्रतिमा विसर्जित करते हैं। इसका बुरा असर मछलियों पर भी पड़ता है। जिसके चलते हर साल हमें प्रदूषण की मार झेलनी पड़ती है। बार-बार शिकायतों के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। इससे लोग काफी परेशान हैं। यह क्रम जारी रहा तो एक दिन तालाब का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। संपर्क करने पर स्थानीय विधायक दीनेन राय ने कहा कि शिकायत मिली है। अपने स्तर पर प्रयास कर वे समस्या दूर करने की कोशिश करेंगे।


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