करंट लगने से गई दो हाथियों की जान
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर सदर प्रखंड के नेपुरा में शनिवा
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर :) पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर सदर प्रखंड के नेपुरा में शनिवार को हाथियों के शव मैदान में पड़े मिले। मौत करंट लगने से होना माना गया। वन विभाग ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है।
जानकारी के मुताबिक मेदिनीपुर सदर प्रखंड में तकरीबन 35 दलमा हाथियों का एक झुंड पिछले कई दिनों से इधर-उधर घूम रहा था। इससे लोग आतंकित थे। शनिवार की सुबह नेपुरा स्थित परित्यक्त ईंट भट्ठे के नजदीक लोगों ने दो पूर्ण व्यस्क हाथियों के शव पड़े देखे। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों का जमावड़ा घटनास्थल पर लग गया। वनकर्मियों ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। शवों की स्थिति को देखते हुए हाथियों की जान करंट लगने से जाने का अनुमान व्यक्त किया गया, क्योंकि शवों के पास ही पास से गुजरी हाइटेंशन लाइन की तार भी टूटी मिली। वन अधिकारियों का अनुमान है कि एक हाथी ने बिजली के खंभे को गिराने की कोशिश की होगी। जिससे उसे करंट लगा। दूसरे की जान उसे बचाने की कोशिश में गई। स्थानीय निवासी सदानंद साधु खां ने कहा कि पिछले कई दिनों से हाथियों का झुंड इलाके में उपद्रव कर रहा था। शनिवार की सुबह दो के शव पाए जाने की सूचना पर कौतूहलवश यहां पहुंचे। पूर्ण व्यस्क हाथियों के शव बिजली के झटके से विकृत हो गए थे। शव काफी हद तक फूल गया था। मंडल वन अधिकारी रवींद्रनाथ साहा ने कहा कि हाथियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। वैसे इसमें कोई शक नहीं कि उनकी जान करंट के जोरदार झटके से ही गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह और स्पष्ट हो सकेगी। बता दें कि पश्चिम मेदिनीपुर के विभिन्न प्रखंडों के साथ ही पड़ोसी जनपद झाड़ग्राम में भी हाथियों के कई झुंड पिछले कई दिनों से तांडव मचा रहे हैं। पिछले दो महीने में हाथियों के हमले में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हाथियों के चलते बड़ी संख्या में मकानों के क्षतिग्रस्त होने के साथ ही खड़ी फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है।