आउटसोर्सिंग पद्धति पर पाठ्यक्रम संचालित करेगा आइआइटी
सुरेंद्र प्रसाद, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत आइआइटी खड़गपुर भारत में आउटसोर्सिंग पर बहु वि
सुरेंद्र प्रसाद, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत आइआइटी खड़गपुर भारत में आउटसोर्सिंग पर बहु विषयक पाठ्यक्रम संचालित करने जा रहा है। यह भारत सरकार के निर्देश पर देश में शुरू किया गया अपनी तरह का पहला पाठ्यक्रम होगा। संस्थान की ओर से कहा गया है कि माइ¨नग इंजीनिय¨रग विभाग द्वारा संचालित किए जाने वाले बहु विषयक लघु पाठ्यक्रम में यह विचार-विमर्श शामिल होगा कि कैसे आउटसोर्सिंग पद्धति को नैतिक और कानूनी रूप से उचित बनाया जा सकता है और श्रम बाजार में सर्वोत्तम पद्धतियों को कैसे प्रोत्साहित किया जा सकता है।
डिपार्टमेंट ऑफ माइ¨नग इंजीनिय¨रग एंड स्कूल ऑफ एनवायरमेंटल साइंस के प्रोफेसर सह पाठ्यक्रम के संयोजक प्रो. जयंत भट्टाचार्य ने कहा कि मौजूदा दौर में कंपनियां छोटी अवधि के विषय में सोच रही हैं। वे ऐसी कार्य पद्धतियों का बढ़ावा दे रही हैं, जो दीर्घकालिक नहीं होती। प्रो. भट्टाचार्य के मुताबिक इस पाठ्यक्रम को करने वाले पहले बैच को मुख्य रूप से बिजली और कोयला क्षेत्रों से तैयार किया जाएगा। भारत में मुख्य उद्योगों जैसे बिजली, कोयला, स्टील, माइंस, परमाणु ऊर्जा, रसायन आदि को फलने-फूलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि फं¨डग या तकनीक समस्या नहीं है, लेकिन लोगों को कानूनी और नैतिक रूप से रोजगार देना मुख्य मुद्दा है। उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम में माइ¨नग इंजीनिय¨रग, बौद्धिक संपदा कानून और विनोद गुप्ता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के संकाय भी शामिल होंगे, जिनके पास उद्योग से संबंधित विनियमन जैसे पर्यावरणीय मंजूरी, भूमि अधिग्रहण, आउटसोर्सिंग मानकों और अन्य ज्वलंत मुद्दों से निपटने का लंबा अनुभव है। यह पहल श्रम और रोजगार मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, आईबीएम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य नियामक संस्थाओं से संसाधन सहयोग का गवाह बनेगी।