आंदोलन के चलते हावड़ा-खड़गपुर संभाग में ट्रेनों की आवाजाही बाधित
दक्षिण पूर्व रेलवे खड़गपुर - हावड़ा और खड़गपुर - तमलुक दीघा रेल खंड
जेएनएन, खड़गपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे खड़गपुर - हावड़ा और खड़गपुर - तमलुक दीघा रेल खंड में रेल यातायात शनिवार को भी बाधित रहा। एनआरसी व सीएबी को लेकर जारी आंदोलन के चलते शनिवार को पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत हल्दिया-पांशकुड़ा सेक्शन के केशवपुर रेलवे स्टेशन मे सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर 12.30 बजे तक अवरोध किया गया। इसके अलावा चंडीपुर रेलवे स्टेशन में भी दोपहर 12 बजे के करीब एनआरसी व सीएबी के विरोध में एक घंटे तक अवरोध किया। इससे दर्जनों की संख्या में ट्रेनों का आवागमन बुरी तरह से बाधित हुआ। जिससे हजारों यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। इसके पहले शुक्रवार को भी खड़गपुर मंडल अंतर्गत उलबेड़िया स्टेशन में अवरोध कर तोड़फोड़ के साथ ही आंदोलन में शामिल उपद्रवियों ने ट्रेनों पर भी हमले किए गए थे। सांकराइल समेत खड़गपुर - हावड़ा संभाग के कुछ अन्य स्टेशनों पर भी तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थी। इस परिस्थिति में शनिवार को हावड़ा - मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस , हावड़ा - दीघा एक्सप्रेस , शालीमार - कुर्लाटी एक्सप्रेस , हावड़ा - एर्नाकुलम और हावड़ा - चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस जैसी दूरगामी ट्रेनों के रद रहने से बड़ी संख्या में यात्रियों को भीषण परेशानी झेलनी पड़ी। क्योंकि इन ट्रे नों में लोग महीनों पहले आरक्षण करा लेते हैं। लिहाजा जल्द आरक्षण मिलने की उम्मीद नहीं रहती। यात्रियों ने कहा कि ट्रेनें रद रहने से एक ओर जहां उनकी पूर्व निर्धारित यात्रा रद हो गई, वहीं उनकी अगली यात्रा पर अनिश्चितता के बादल भी मंडराने लगे हैं। शनिवार को रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा जवानों के गश्त तो तेज दिखे, अलबत्ता ट्रेनों की आवाजाही ठप रहने से यात्रियों को राहत नहीं मिल सकी। गमीनत रही कि अराजकता के बावजूद खड़गपुर - हावड़ा संभाग जैसे व्यस्ततम रेल खंड में ईएमयू लोकल ट्रेनों का परिचालन अधिक संख्या में रद नहीं करना पड़ा। अलबत्ता विलंबित होने से बड़ी संख्या में यात्री शुक्रवार की शाम से विभिन्न स्टेशनों पर फंसे रहे। खड़गपुर के मंडल रेल प्रबंधक मनोरंजन प्रधान ने कहा कि गैर रेलवे मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन से रेल यातायात बाधित है। घटनाक्रम पर नजर रखी जा रही है। रेल संपति और यात्री सुरक्षा के पहलू को प्राथमिकता दी जा रही है।