बजट के आईने में भविष्य तलाशते रहे रेल यात्री
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत रेलनगरी खड़गपुर में रेल बजट
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत रेलनगरी खड़गपुर में रेल बजट की पूर्व जैसी धमक यूं तो गायब रही, अलबत्ता अधिकांश यात्री बुधवार को संसद में पेश एकीकृत बजट के आईने में अपने भविष्य तलाशते रहे। अधिकांश यात्री गूढ़ वित्तीय प्रस्तावों के प्रति पूरी तरह से अंजान रहे। हालांकि रेलवे की टाइ¨मग व यात्री सुरक्षा को लेकर पूरे दिन उत्सुकता बनी रही।
बताते चलें कि रेलनगरी कहे जाने वाले खड़गपुर में अब तक रेल बजट की खासी धमक और हनक हुआ करती थी। लेकिन इस बार अलग से रेल बजट के बजाय एकीकृत बजट के प्रस्ताव से लोगों में आज पहले जैसा उत्साह नहीं देखा गया। रेलवे स्टेशनों में रोज की तरह गाड़ियां आती-जाती रहीं। असंख्य यात्री ट्रेन से उतरते और चढ़ कर अपनी मंजिल की ओर रवाना होते रहे। बॉयो टॉयलेट, यात्री सुरक्षा कोष, तीर्थ स्थानों के लिए ट्रेन का प्रस्ताव अथवा ऑनलाइन टिकट बु¨कग पर सरचार्ज जैसे गूढ़ विषयों के प्रति आम यात्री पूरी तरह से उदासीन नजर आए। उनमें भारी कौतूहल रेलवे की टाइ¨मग और यात्री सुरक्षा को लेकर रहा। बुधवार को सुबह से रेल परिसरों का नजारा कुछ और ही रहा। अव्वल तो ज्यादातर यात्री दिवंगत सांसद को लेकर उधेड़बुन में रहे कि आज बजट होगा या नहीं, लेकिन जैसे ही उन्हें मालूम हुआ कि बजट हुआ है वे मुख्य रूप से नई घोषणाओं को लेकर ही उत्साह दिखाते रहे। राजनीतिक हलकों में भी बजट की चर्चा रही। भाजपा नेताओं ने बजट को संतुलित बताया, वहीं टीएमसी जिलाध्यक्ष अजीत माईती ने बजट को गरीबों के खिलाफ बताते हुए गुरुवार को होने वाली जिला कमेटी की बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने की बात कही। रेल अधिकारी इसे उच्च स्तरीय मामला बताते हुए कुछ भी कहने से बचते रहे।