16वें वार्षिक एल्युमनी मीट में जुटे पूर्व विद्यार्थी
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मे
सुरेन्द्र प्रसाद, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में शुक्रवार से आयोजित 16वें पूर्व छात्र मिलन समारोह में पूर्ववर्ती छात्रों का जमावड़ा लगा गया है। पूर्व छात्रों के आगमन से सर्द हवाओं के झोंकों के बीच आइआइटी कैंपस भी एकबारगी खिल उठा है। आगामी 13 जनवरी तक आयोजित इस समारोह में शामिल होने के लिए संस्थान के 1969, 79 और 94 बैच के विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है। बताते चलें कि आइआइटी खड़गपुर के इस महती समारोह में Þदैनिक जागरण'कॉरपोरेट मीडिया पार्टनर है।
आइआइटी प्रांगण स्थित विक्रमशिला परिसर में निर्मित एरीना में डायरेक्टर्स लंच के दौरान तीनों बैच के विद्यार्थी एक-दूसरे से मिल कर पुरानी यादें ताजा करते हुए दिखे। पुराने साथियों को देखते ही पूर्ववर्ती छात्रों के चेहरे पर खिलने वाली मुस्कान सचमुच देखते ही बन रही थी। सुबह 9 बजे से शुरू हुई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया दोपहर 12 बजे तक चली। उसके उपरांत डायरेक्टर्स लांच आयोजित किया गया। उस दौरान पूर्ववर्ती छात्र खाने से ज्यादा एक-दूसरे से मिलने व पुराने गिले-शिकवे दूर करने में अधिक व्यस्त दिखे।भोजन के पश्चात कालीदास ऑडिटोरियम में इंस्टीट्यूट फंक्शन के तहत समारोह का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया। तत्पश्चात फन एंड फंडा के तहत पूर्व छात्रों को विभिन्न विभागों की सैर कराई गई। नेस्टालॉजिया इवेंट के तहत आयोजित संगीतमय शाम में शामिल हुए पूर्ववर्ती छात्र झूम उठे। रात्रिभोज के पश्चात उन्हें विभिन्न हॉल का भ्रमण कराया गया, जहां वे अध्ययन के दौरान रहते थे। बताया गया कि अधिकांश पूर्व छात्र गुरुवार की देर शाम को ही संस्थान पहुंच गए थे। संस्थान पहुंचते ही अपनी पुरानी यादों को ताजा करने के लिए कुछ अल्युमनी पैदल ही अपने साथियों व परिजनों के साथ निकल पड़े। भ्रमण के दौरान जिमखाना आदि देखकर वे काफी विस्मित भी हुए। हालांकि सुखद आश्चर्य के साथ उन्होंने संस्थान में आए बदलाव पर बेहद खुशी जाहिर की।
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काफी बदल गया है कैंपस
इंस्टीट्यूट फंक्शन के दौरान कालीदास ऑडिटोरिय में मौजूद 1969 बैच के छात्र जीपी राव की पत्नी जी. मीनाक्षी ने आइआइटी कैंपस में आए बदलाव पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यहां वे कई सालों बाद वापस आई हैं। यहां काफी बदलाव आ गया है। अब यह कैंपस किसी रिसोर्ट सरीखा लगता है। जी. मीनाक्षी ने बताया कि दरअसल उनके पति जीपी राव ने न सिर्फ यहीं से पीएचडी किया था, बल्कि वे कई सालों तक इसी संस्थान के प्रोफेसर भी रह चुके हैं। उसी दौरान वे भी अपने पति के साथ यहां कई सालों तक रही हैं। इस वजह से संस्थान परिसर से उनका पुराना परिचय है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में वे लोग आबूधाबी में रहते हैं। इतने सालों बाद यहां आकर उन्हें बेहद खुशी मिली। उन्होंने कहा कि कैंपस में काफी बदलाव आया है।