जलपेश राइस मिल बंद करने का निर्देश, दो मालिकों को चेतावनी
- राज्य सरकार से धान खरीदकर चावल बिक्री नहीं कर रहे व्यवसायी - खाद्य मंत्री ने विभागीय अधिका
- राज्य सरकार से धान खरीदकर चावल बिक्री नहीं कर रहे व्यवसायी
- खाद्य मंत्री ने विभागीय अधिकारियों संग की बैठक
जागरण संवाददाता, जलपाईगु़ड़ी: राज्य सरकार से धान लेकर चावल न दिए जाने पर व्यवसायी परेशान हैं। शनिवार को जलपाईगुड़ी डीएम कार्यालय में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने राइस मिल बंद करने निर्देश दिया है। साथ ही जरूरत पड़ने पर मालिकों को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी गई है। राज्य सरकार के साथ प्रताड़ना करने के कारण मयनागुड़ी स्थित राइस मिल के मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी को दिया गया है। मंत्री ने कहा कि जलपाईगुड़ी जिले के तीन चावल मिल मालिकों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। इसमें मयनागुड़ी स्थित मिल को सील करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा दो अन्य मिल मालिकों पर राज्य सरकार से धान खरीदकर चावल नहीं देने के आरोप लग रहे हैं। उनलोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मिल मालिकों को एक बार चेतावनी दे दी गई है। जरूरत पड़ने पर उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी।
खाद्यमंत्री ने कहा कि जलपाईगुड़ी जिले में सरकार मिनी राइस मिल से 971 मैट्रिक टन चावल पाएगी। जलपेश राइस मिल बंद करने के लिए कहा गया है। उनके खिलाफ तीन शिकायतें दर्ज की गई है। इस मिल से राज्य सरकार 2197 मैट्रिक टन चावल पाएगी। जिले में धान की खरीदारी अच्छी हो रही है। उनलोगों डिजीटल कार्ड से राशन कार्ड का लिंक किया है। इससे परिवार महीने में एक बार राशन ले सकेंगे। इस दिन की बैठक में खाद्य विभाग के प्रधान सचिव अजय अग्रवाल, जिलाधिकारी अभिषेक तिवारी, बीडीओ समेत पुलिस अधिकारी मौजूद थे।