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जलपाईगुड़ी में ही सबसे पहले बनी थी नेताजी की प्रतिमा

- करला पुल के पास नेताजी रोड में स्वतंत्रता सेनानी सतीश चंद्र लाहिड़ी अपने सहयोगियों की मदद से

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 05:06 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 05:06 PM (IST)
जलपाईगुड़ी में ही सबसे पहले बनी थी नेताजी की प्रतिमा

- करला पुल के पास नेताजी रोड में स्वतंत्रता सेनानी सतीश चंद्र लाहिड़ी अपने सहयोगियों की मदद से बनवाई थी प्रतिमा

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जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: देश में सबसे पहले जलपाईगुड़ी में ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई थी। साथ ही नेताजी द्वारा गठित आजाद हिंद फौज के कोहिमा विजय शहीद जवानों की याद में जलपाईगुड़ी में ही स्मृति सोध बनाया गया था। जानकारी के अनुसार शहर के करला पुल के पास नेताजी रोड में बंगाल के स्वतंत्रता सेनानी सतीश चंद्र लाहिड़ी अपने सहयोगियों की मदद से पहली बार नेताजी की प्रतिमा स्थापित की। 1951 में उसी स्थान पर कोहिमा में शहीद हुए जवानों के अस्थी से स्मृति सोध बनाया गया था। उक्त जानकारियां जलपाईगुड़ी सुभाष फाउंडेशन के सदस्य व पूर्व विधायक गोविंद राय ने दी है। उनका मानना है कि देश में नेताजी की पहली प्रतिमा जलपाईगुड़ी में ही स्थापित हुई है। इसमें स्वतंत्रता सेनानी सतीश चंद्र लाहिड़ी और उनके सहयोगी का अहम योगदान था। प्रतिमा का अनावरण अंतरराष्ट्रीय कोर्ट के न्यायाधीश राधा विनोद पाल ने किया था। फिर 1968 में बाढ़ के कारण प्रतिमा को काफी नुकसान हुआ था। वर्ष 2007 में नेताजी सुभाष फाउंडेशन द्वारा प्रतिमा का संरक्षण किया गया। 1939 में नेताजी जलपाईगुड़ी आए थे। उस समय नेताजी का जैसा चेहरा व तस्वीर था, उसी तर्ज पर प्रतिमा स्थापित की गई थी। एक बार 1928 में भी नेताजी जलपाईगुड़ी आए थे। उस समय वह कांग्रेस के प्रादेशिक महासचिव थे। इसके अलावा वह कोलकाता नगर निगम के सीइओ थे। देशबंधु चितरंजन के बाद नेताजी मेयर बने।


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