जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिले में बंद का मिश्रित प्रभाव
- बंद समर्थकों ने जलपाईगुड़ी जिला जज को कोर्ट के भीतर जाने से रोका - चाय बागानों में सा
- बंद समर्थकों ने जलपाईगुड़ी जिला जज को कोर्ट के भीतर जाने से रोका
- चाय बागानों में सामान्य दिनों की तरह ही हुआ काम
- बंद समर्थन में निकाली गई रैली, सरकारी बसों को रोककर प्रदर्शन
जागरण टीम, जलपाईगुड़ी: राज्य सरकार किसी प्रकार के बंद का समर्थन नहीं करती है। यही कारण है कि पूरे राज्य के साथ जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिले में भी बंद ज्यादा प्रभावित नहीं रहा। दोनों जिले के अधिकांश जगहों पर बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। चाय बागानों में श्रमिकों ने सामान्य दिनों की तरह ही काम किया। मंहगाई, कृषि कानून वापस लेने समेत विभिन्न मांगों को किसान संगठनों द्वारा सोमवार को भारत बंद बुलाया गया था। इस दिन सुबह से ही बंद समर्थक अलग-अलग जगहों पर पिकेटिंग करते नजर आएं। सरकारी बस को रोककर विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा जलपाईगुड़ी जिला अदालत के गेट के सामने भी बंद के समर्थन में नारेबाजी की गई। जिला जल को पहले भीतर घुसने नहीं दिया गया, लेकिन कुछ देर बाद उन्हें भीतर जाने दिया गया। यहां बंद समर्थकों और वकीलों के बीच जमकर बहशबाजी भी हुई। बंद के समर्थन में एसयूसीआई की ओर से रैली निकाली गई। इस दिन बाजार और अधिकांश दुकानें बंद रही। निजी वाहन भी सड़कों पर कम ही दौड़ती दिखी। लेकिन सरकारी बच चल रहे थे।
दूसरी ओर डुवार्स इलाकों में बंद का ज्यादा कुछ असर देखने को नहीं मिला। सरकारी संस्थानों में सामान्य दिनों की तरह ही काम हुआ। मुख्य सड़कों पर गाड़ियां कम थी, लेकिन दूसरे जगहों पर टोटो और दूसरी गाड़िया चलती रही। डुवार्स के चाय बागानों में श्रमिकों ने सामान्य दिनों की तरह ही काम किया। बंद समर्थक सड़कों पर जरूर उतरे थे, परंतु इसका कोई ज्यादा असर देखने को नहीं मिला। सड़कों पर गाड़ी कम होने से यात्रियों को जरूर कुछ परेशानी हुई।