बीएसएफ के सहयोग के बिना गौ तस्करी संभव नहीं: उदयन
- जलपाईगुड़ी-बांग्लादेश सीमा पर सामूहिक पिटाई में चोर की हुई थी मौत - मंत्री ने भारत में
- जलपाईगुड़ी-बांग्लादेश सीमा पर सामूहिक पिटाई में चोर की हुई थी मौत
- मंत्री ने भारत में बांग्लादेशी प्रवेश को लेकर बीएसएफ की सुरक्षा पर उठाए सवाल जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: गौ तस्करी में बीएसएफ भी शामिल हैं। बीएसएफ के सहयोग के बिना गौ तस्करी कभी नहीं हो सकती। गौ तस्करी के संदेह में एक बाग्लादेशी युवक की मौत के मामले में उत्तर बंगाल के विकास मंत्री उदयन गुहा ने बीएसएफ पर इस तरह हमला बोला। बुधवार को जलपाईगुड़ी डीएम कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान मंत्री उदयन गुहा ने कहा कि यहा गायों की तस्करी करने कोई नहीं आता। लोग यहा गाय लेने आते हैं। मेरा सवाल यह है कि जब बाग्लादेश के लोग काटेदार तार पार करके यहां आते हैं तो बीएसएफ क्या करती है। बीएसएफ का काम क्या है? बीएसएफ ने 50 किमी पर कब्जा कर लिया, लेकिन 500 मीटर के दायरे में कोई बाग्लादेशी आया तो उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
भारत-बाग्लादेश सीमा के 500 मीटर क्षेत्र में मवेशी तस्करी के शक में एक युवक की जमकर पिटाई की गई। बीएसएफ की कड़ी निगरानी के बावजूद बाग्लादेशी युवक भारत में कैसे घुसा। उत्तर बंगाल के विकास मंत्री उदयन गुहा ने शिकायत की कि अगर कोई बाग्लादेशी नागरिक सीमा पार कर गया है तो बीएसएफ को कार्रवाई करने में क्या दिक्कत है। मवेशी तस्करी रोकने में बीएसएफ की कार्यप्रणाली पूरी तरह से सवालों के घेरे में है।
वहीं राजगंज विधायक खगेश्वर राय ने कहा कि सामूहिक पिटाई में मौत की घटना उचित नहीं है। इस तरह से किसी की जान नहीं ली जा सकती। लेकिन बीएसएफ की निगरानी के बावजूद बाग्लादेश के लोग भारत में कैसे घुसे और गायों की चोरी कैसे की, यह बीएसएफ के सहयोग के बिना संभव नहीं है। घटना जलपाईगुड़ी जिले के राजगंज थाना क्षेत्र के कुकुरिया बरुआपाड़ा की है।
गौरतलब है कि कल तड़के जब चोरों का एक समूह सरुबाला राय के घर गाय चुराने आया तो स्थानीय लोगों ने उनका पीछा किया। दो गाय चोर भाग निकले, लेकिन एक भारत-बाग्लादेश सीमा क्षेत्र में एक चाय बागान में छिप गया। उसके बाद, स्थानीय लोगों ने चाय बागान को घेर लिया और चोर की तलाश शुरू कर दी। फिर पकड़े जाने में जमकर उसकी पिटाई की गई। उसके बाद राजगंज थाने की पुलिस ने उसे बचाया और अस्पताल ले गई। यहां कार्यरत चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।