चाय किसान संगठन ने टी बोर्ड कार्यालय का किया घेराव
- समिति ने की बोर्ड से चाय पत्ते के दामों को निर्धारित करने की मांग - दाम निर्धारित न होने
- समिति ने की बोर्ड से चाय पत्ते के दामों को निर्धारित करने की मांग
- दाम निर्धारित न होने से समिति बोर्ड के सरकारी पहचान पत्र लेने से करेंगे इंकार
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी : सरकारी मूल्य निर्धारित होने के बावजूद एक वर्ग से बॉटलिफ फैक्ट्री से कम दामों में चाय की पत्ती खरीद रहे है। शुक्रवार को इस आरोप के साथ चाय किसान संगठन ने जलपाईगुडी टी बोर्ड कार्यालय का घेराव कर अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस दिन विरोध प्रदर्शन में खुदरा चाय किसान समिति, उत्तर बंग खुदरा प्रातिक चाय समिति एवं आईटीपीएक युथ व खुदरा चाय किसान फोरम के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए। वही टी बोर्ड की ओर से खुदरा चाय किसानों को पहचान पत्र देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वही इस बारे में चाय किसानों का कहना है कि जब तक चाय पत्ती के उचित दाम उन्हें नहीं मिलते है, तब तक वे सरकार की ओर से दिए गए कार्ड को नहीं ग्रहण करेंगे।
खुदा चाय किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूजा से पहले साजिश करके बॉटलीफ फैक्ट्री में चाय पत्ती के दाम कम करने का प्रयास किया जा रहा है। तीन पहले खुदरा चाय बागान में चाय पत्ते का दाम प्रति केजी 16 रुपये से 17 रुपये था। लेकिन अचानक किसी कारण से पत्ते का दाम कम हो गया। अभी छह से सात रुपये प्रति केजी करके चाय की पत्ते मिल रहे है। फैक्ट्री के सामने कच्चे चाय के पत्तों के बोर्ड लगाने की बात होने के बावजूद अभी तक नहीं लगाया गया है। जो चाय के पत्ते खरीदे जा रहे है उसमें से 15 से 20 फीसदी पत्ते को हटा दिया जा रहा है।
समिति के सचिव विजय गोयल चक्रवर्ती ने कहा कि हर महीने टी बोर्ड चाय के पत्ते के दाम निर्धारित करती है। इस महीने 13.65 रुपए दाम निर्धारित किया गया है। इधर सरकारी आदेश का उल्लंघन करके बॉटलीफ फैक्ट्री कैसे इस प्रकार के काम कर सकता है। उस पर कार्रवाई किए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक टी बोर्ड चाय किसानों को पहचान पत्र देगी। हमलोगों ने साफ कह दिया है कि चाय के पत्ते का सही मूल्य निर्धारित नहीं होने पर पहचान पत्र लेने से हमलोग बहिष्कार करेंगे।
इधर टी बोर्ड आफ इंडिया के सहायक निदेशक आर सिलवान ने कहा कि जो कहना है कि उच्च अधिकारी कहेंगे।