बाल दिवस के दिन शुरू होगा छात्रावास का संचालन
- शिक्षा अधिकारियों व विधायक के निरीक्षण के बाद लिया गया फैसला - मुख्यमंत्री के उद्घाटन
- शिक्षा अधिकारियों व विधायक के निरीक्षण के बाद लिया गया फैसला
- मुख्यमंत्री के उद्घाटन के बाद भी पांच वर्षो से बंद पड़ा था छात्रावास संवाद सूत्र, नागराकाटा: नागराकाटा ब्लॉक स्थित चेंगमारी चाय बागान विद्यालय परिसर में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शिलान्यास करने के बाद 1 करोड़ 20 लाख लागत से निर्मित आदिवासी बालिका छात्रावास पिछले पांच वर्षो से बंद पड़ा है। गत 15 अक्टूबर को दैनिक जागरण में यह खबर प्रकाशित होने के बाद खबर पिछले 15 अक्टोबर प्रकाशित होने के बाद जलपाईगुड़ी जिला उच्च विद्यालय निरीक्षक और जलपाईगुड़ी जिला सर्व शिक्षा मिशन जिला परियोजना अधिकारी ने रविवार को चेंगमारी उच्च विद्यालय परिसर में निर्मित छात्रावास का निरीक्षण कर आगामी 14 नवंबर बाल दिवस के दिन छात्रावास का संचालन शुरू करने का एलान किया। आदिवासी छात्राओं के लिए निर्मित एकमात्र छात्रावास गत पांच वर्षो से बंद पड़ा है। सभी सामग्री मुहैया कराने के बाद भी छात्रावास में ताला लगा हुआ था। 2014 साल में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री के मालबाजार आगमन के समय छात्रावास का उद्घाटन किया गया था । फिर भी छात्रावास बंद पड़ा हुआ था । स्थानीय आदिवासी श्रमिक परिवार के छात्राओं समस्या को देखते हुए यह खबर सबसे पहले दैनिक जागरण में प्रकाशित किया गया। खबर प्रकाशन के बाद इस दिन दो शिक्षा अधिकारी छात्रावास का निरीक्षण करने पहुंचे।
निरिक्षण के दौरान जलपाईगुड़ी जिला उच्च विद्यालय निरीक्षक और जलपाईगुड़ी जिला सर्व शिक्षा मिशन जिला परियोजना अधिकारी के अलावा नागराकाटा विद्यायक सुकरा मुंडा, लुकसान ग्राम पंचायत प्रधान एवं स्थानीय निवासी मनोज मुंडा, विद्यालय के प्रधान शिक्षक कुमार छेत्री एवं अन्य उपस्थित थे ।
जलपाईगुड़ी जिला उच्च विद्यालय निरीक्षक प्रानतोश माइती व जलपाईगुड़ी जिला सर्वशिक्षा मिशन जिला परियोजना के अधिकारी मानेन्द्र घोष ने कहा कि उनलोगों ने कुछ दिनों पहले ही पदभार ग्रहण किया है। इस बीच उन्हें सूचना मिली कि चेंगमारी उच्च विद्यालय परिसर में निर्मित बालिका छात्रावास बंद पड़ा हुआ है । छात्रावास में सब कुछ होने के बाद भी क्यू बंद पड़ा है इस विषय की छानबीन करने के लिए यहा आए थे। यहा आने के बाद विद्यालय हो यह अन्य किसी कारण वश यह छात्रावास संचालन नहीं हो पाने की तथ्य का पता लगाया गया । विद्यालय के शिक्षक एवं यहा के स्थानीय जन प्रतिनिधि से बातचीत कर आगमी बाल दिवस के दिन छात्रावास का संचालन शु रू करने का निर्णय लिया गया है। नागराकाटा विद्यायक सकुरा मुंडा ने कहा कि छात्रावास का संचालन शुरू होने जा रहा है । यह बहुत खुशी की बात है । इससे आदिवासी छात्राओं को काफी फायदा होगा।